घर में बैठा हुआ था 15 फीट लंबा अजगर, देखकर घरवालों के छूटे पसीने और फिर...
AajTak
गुवाहाटी में घर के अंदर एक 15 फीट लंबा और 35 किलो का अजगर मिला है जिसे देखकर लोग डर गए. घर के लोगों ने बाहर निकलकर फौरन इसकी सूचना वन विभाग को दी जिसके बाद उसे घर से रेस्क्यू किया गया.
असम के गुवाहाटी में 15 फीट लंबा और 35 किलो का अजगर देखकर लोगों के होश उड़ गए. ये अजगर गुवाहाटी के बाहरी इलाके धारापुर में एक घर में मौजूद था जिसे स्थानीय लोगों ने वहां से निकाला.
हालांकि अजगर को घर में देखकर लोग डर जरूर गए लेकिन उन्होंने उसे कोई नुकसान नहीं पहुंचाया. लोगों ने तुरंत वन विभाग को इसकी सूचना दी. वन विभाग की टीम ने मौके पर पहुंचकर 35 किलो से भी ज्यादा वजन वाले अजगर को पकड़कर घर से बाहर निकाला.
इस विशालकाय अजगर को देखने के लिए घर के बाहर लोगों की भीड़ उमड़ गई. स्थानीय लोगों ने अजगर को वन विभाग की टीम को सौंप दिया. जंगलों की कटाई की वजह से भोजन की तलाश में जंगली जानवर और सांप भटककर रिहायशी इलाकों में पहुंच जाते हैं.
असम में लगातार कम हो रहे जंगलों की वजह से कई सांपों और अजगर को नियमित तौर पर शहर के आसपास देखा जा रहा है. हालांकि इस दौरान कुछ जंगली जीव मरे हुए पाए जाते हैं तो कुछ को जागरुक लोग बचा कर जंगल में छोड़ आते हैं.
बाथरूम में नल से लिपटा मिला था 7 फीट लंबा अजगर
बता दें कि बीते महीने हरियाणा के फरीदाबाद में एक रिहायशी मकान में 7 फीट लंबा अजगर मिलने से हड़कंप मच गया था. अजगर घर के बाथरूम में नल में लिपटा हुआ था. इस बात का पता चलते ही आसपास अफरातफरी मच गई थी. वन विभाग की टीम ने मौके पर पहुंचकर अजगर को घर से बाहर निकाला.
मणिपुर हिंसा को लेकर देश के पूर्व गृहमंत्री पी चिदंबरम खुद अपनी पार्टी में ही घिर गए हैं. उन्होंने मणिपुर हिंसा को लेकर एक ट्वीट किया था. स्थानीय कांग्रेस इकाई के विरोध के चलते उन्हें ट्वीट भी डिलीट करना पड़ा. आइये देखते हैं कि कांग्रेस का केंद्रीय नेतृत्व क्या मणिपुर की हालिया परिस्थितियों को समझ नहीं पा रहा है?
महाराष्ट्र में तमाम सियासत के बीच जनता ने अपना फैसला ईवीएम मशीन में कैद कर दिया है. कौन महाराष्ट्र का नया मुख्यमंत्री होगा इसका फैसला जल्द होगा. लेकिन गुरुवार की वोटिंग को लेकर सबसे ज्यादा चर्चा जनता के बीच चुनाव को लेकर उत्साह की है. जहां वोंटिग प्रतिशत में कई साल के रिकॉर्ड टूट गए. अब ये शिंदे सरकार का समर्थन है या फिर सरकार के खिलाफ नाराजगी.