'गैस चैंबर' बनी दिल्ली में इन गाड़ियों के खिलाफ सख्त एक्शन जरूरी, CAQM ने राज्यों को दी सलाह
AajTak
एयर क्वालिटी मैनेजमेंट कमीशन (CAQM) ने उत्तर प्रदेश, हरियाणा, राजस्थान और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली की सरकारों के लिए एक एडवाइजरी जारी की है, जिसमें राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (NCR) में वायु प्रदूषण बढ़ाने वाली पुरानी गाड़ियों के मुद्दे को सुलझाने की तत्काल जरूरत पर जोर दिया है.
देश की राजधानी दिल्ली में वायु प्रदूषण तेजी से बढ़ता जा रहा है. दिल्ली में एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 429 तक पहुंच गया. बुधवार को दिल्ली और आस-पास के इलाकों में एयर क्वालिटी इस सीजन में पहली बार 'गंभीर' कैटेगरी में पहुंच गई. इससे स्थानीय निवासियों के स्वास्थ्य को गंभीर खतरा पैदा हो गया. इसके चलते एयर क्वालिटी मैनेजमेंट कमीशन (CAQM) ने उत्तर प्रदेश, हरियाणा, राजस्थान और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली की सरकारों के लिए एक एडवाइजरी जारी की है, जिसमें राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (NCR) में वायु प्रदूषण बढ़ाने वाली पुरानी गाड़ियों के मुद्दे को सुलझाने की तत्काल जरूरत पर जोर दिया है.
ये सलाह राष्ट्रीय हरित अधिकरण (NGT) और सुप्रीम कोर्ट के आदेशों पर आधारित है, जिसमें एंड ऑफ लाइफ (ऐसे वाहन जिनका जीवनकाल खत्म हो चुका है) वाली गाड़ियों के खिलाफ तुरंत कठोर कार्रवाई करने की बात कही गई है. पुराने BS-III और BS-II मानकों के तहत चलने वाली ये गाड़ियां अपने पर्यावरणीय प्रभाव की वजह से NCR में चलने के लिए ऑथराइज्ड नहीं हैं. इस मुद्दे को हल करने के उद्देश्य से पिछले निर्देशों के बावजूद प्रगति सुस्त रही है, इसे लेकर CAQM ने तुरंत प्रयास तेज करने का आह्वान किया है. हाल के आंकड़ों से पता चलता है कि NCR में बहुत से पुराने वाहन हैं, जिन्हें रेग्युलेटरी इंटरवेंशन की तत्काल आवश्यकता है.
हरियाणा में 2024 में 2,496 वाहन ज़ब्त किए गए, जबकि 2023 में यह संख्या 220 थी. यह इस क्षेत्र में पुराने वाहनों की समस्या को हल करने की दिशा में एक सकारात्मक रुझान को दर्शाता है, जहां ऐसे 27,50,152 वाहन हैं. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के अनुसार दिल्ली के 36 निगरानी स्टेशनों में से 30 ने वायु गुणवत्ता को 'गंभीर' श्रेणी में बताया. बीते मंगलवार शाम तक लगातार 14 दिनों तक शहर की वायु गुणवत्ता 'बहुत खराब' रही, जिसमें वाहनों से निकलने वाला धुआं प्रदूषण का सबसे बड़ा कारण रहा, जो 15.4 प्रतिशत था.आस-पास के राज्यों में पराली जलाने से स्थिति और खराब हो गई, जिससे शहर में धुंध की मोटी परत छा गई.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक बार फिर अपनी श्रद्धा को प्रदर्शित करते हुए अजमेर शरीफ की दरगाह पर चादर भेजने का निर्णय लिया है. यह चादर ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्तीके उर्स के मंगल अवसर पर 4 जनवरी को पेश की जाएगी. केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू और भारतीय जनता पार्टी के अल्पसंख्यक मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जमाल सिद्दीकी इस महत्वपूर्ण आयोजन का हिस्सा होंगे.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अजमेर शरीफ स्थित ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती की दरगाह के लिए खास चादर भेजी है. केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा कि यह धार्मिक सद्भाव और सांस्कृतिक विविधता के प्रति उनकी गहरी श्रद्धा को दर्शाता है. अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री किरेन रिजिजू को पीएम ने चादर सौंप दिया है, वे इसे निजामुद्दीन औलिया की दरगाह पर ले जाने के बाद अजमेर भेजेंगे.
3 जनवरी के बाद 5 जनवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का दूसरा महत्वपूर्ण कार्यक्रम रोहिणी में रखा गया है. रोहिणी के जापानी पार्क में प्रधानमंत्री एक रैली को संबोधित करेंगे. साथ ही ग्रामीण इलाकों को जोड़ने के लिए रिठाला से मेट्रो प्रोजेक्ट की आधारशिला भी रखी जाएगी. रविवार को रोहिणी में होने वाली रैली ज्यादा बड़ी होगी.
पाकिस्तान के लोग आज अपने ही रक्षा मंत्री ख्वाजा मुहम्मद आसिफ का इस्तीफा मांग रहे हैं. आसिफ ने भारत और हिंदुओं पर अत्याचार करने वाले अहमद शाह अब्दाली, मोहम्मद गौरी और महमूद गज़नवी जैसे मुस्लिम आक्रमणकारियों को लुटेरा बताया है और ये कड़वा सच पाकिस्तान के लोगों से बर्दाश्त नहीं हो रहा है. देखें ब्लैक एंड व्हाइट विश्लेषण.