Fog in Delhi: दिल्ली-NCR में घना कोहरा, गुम हुईं सड़कें, इमरजेंसी लाइट से चलती दिखीं गाड़ियां, 24 ट्रेनें लेट
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आज यानी 3 जनवरी को सीजन का सबसे ज्यादा कोहरा देखने को मिला. आलम ये है कि सड़कें, पेड़-पौधे सब गुम हो गए हैं. सामने चलती गाड़ी को देख पाना भी मुश्किल हो रहा है.
साल का तीसरा दिन है और राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में घने कोहरे में लिपटी हुई है. जनवरी की शुरुआत होते ही दिल्ली में कोहरे का कहर शुरू हो गया लेकिन आज यानी 3 जनवरी को सीजन का सबसे ज्यादा कोहरा देखने को मिला. आलम ये है कि सड़कें, पेड़-पौधे सब गुम हो गए हैं. सामने चलती गाड़ी को देख पाना भी मुश्किल हो रहा है. हाईवे जैसे इलाकों में बहुत घना कोहरा है. हालांकि रिहाइशी इलाकों में मामूली राहत है. सुबह 6 बजे के करीब कोहरा इतना है कि सड़क पर आ रहे मोड़ का अंदाजा लगा पाना भी मुश्किल रहा.
कोहरे के चलते ट्रेनों की रफ्तार धीमी हो गई है और फ्लाइट्स पर भी असर पड़ सकता है. हालांकि दिल्ली एयरपोर्ट का कहना है कि विजिबिलिटी बेहद कम है, हालांकि अभी तक सभी फ्लाइट्स तय समय पर चल रही हैं. लेकिन यात्री अपनी यात्रा से संबंध में एयरलाइन से जानकारी लेते रहें.
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मौसम विभाग के मुताबिक, दिल्ली में आज बेहद घना कोहरा रहेगा और न्यूनतम तापमान 8 डिग्री व अधिकतम तापमान 17 डिग्री सेल्सियस रह सकता है. आने वाले दिनों में दिल्ली में ठंड और बढ़ सकती है. जनवरी में भयंकर ठंड का अनुमान है. विभाग का ये भी कहना है कि वीकेंड पर दिल्ली में पश्चिमी विक्षोभ का असर देखने को मिल सकता है, जिससे कई इलाकों में हल्की बारिश हो सकती है. इस दौरान न्यूनतम तापमान में भी बढ़ोत्तरी हो सकती है.
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मौसम विभाग की मानें तो हिमाचल में 4 से 7 जनवरी तक बर्फबारी और 5 और 6 जनवरी को भारी बारिश होने की संभावना है. हिमाचल के अलावा अलग-अलग इलाकों खासकर जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, गिलगित-बाल्टिस्तान और मुजफ्फराबाद में 5 जनवरी को भारी बर्फबारी की उम्मीद है. साथ ही दिल्ली समेत उत्तरी मैदानी इलाकों में 4 से 6 जनवरी के बीच हल्की बारिश होने की संभावनाएं हैं.
महाकुंभ का आयोजन अमृत की खोज का परिणाम है. इसके लिए सदियों पहले सागर के मंथन का उपक्रम रचा गया था. मंदार पर्वत की मथानी बनी, वासुकी नाग की रस्सी बनाई गई और जब यह मंदार पर्वत सागर में समाने लगा तो उसे स्थिर करने के लिए भगवान विष्णु ने कूर्म (कछुआ) अवतार लिया. उन्होंने मंदार पर्वत को अपनी पीठ पर स्थिर किया और फिर सागर मंथन शुरू हो सका.
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यह फेज साहिबाबाद और न्यू-अशोक नगर के बीच स्थित है और इस उद्घाटन के साथ ही नमो भारत ट्रेनें पहली बार दिल्ली में प्रवेश करेंगी. यह दिल्ली-मेरठ मार्ग पर क्षेत्रीय कनेक्टिविटी को एक नया आयाम देगा. साहिबाबाद और मेरठ दक्षिण के बीच पहले से ही 42 किलोमीटर का मार्ग चालू है, जिसमें 9 स्टेशन शामिल हैं. इस उद्घाटन के साथ ही नमो भारत कॉरिडोर का सक्रिय हिस्सा 55 किलोमीटर में विस्तरित हो जाएगा, जिसमें कुल 11 स्टेशन होंगे.
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