क्यों मां-बाप से दूर हो रहे हैं बच्चे? पाकिस्तान के एक्टर ने कह दी दिल छू देने वाली बात
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माता-पिता अपने बच्चों से दूर होते जा रहे हैं ये आज के समय में हर घर की समस्या है. हाल ही में पॉपुलर पाकिस्तानी एक्टर नौमान इजाज ने अपने निजी जीवन से जुड़ी एक बात की है जिसमें उन्होंने लोगों को अपने बच्चों को समझने और उनसे जुड़े रहने का महत्व समझाया है.
आज के समय में ऐसा कहा जाता है कि माता-पिता और बच्चों में एक दूरी आ गई है. सब लोग अपनी दुनिया में बिजी हो गए हैं. ये शिकायत आज के समय में हर माता-पिता की है कि उनका बच्चा उनसे बात नहीं करता, ना ही वक्त बिताता. लेकिन ये फर्क आखिर आया कैसे? क्या है वो कारण जिसने माता-पिता और बच्चों में दूरियां पैदा कर दी है?
पाकिस्तानी एक्टर नौमान इजाज ने इस सवाल का जवाब देने के साथ सोच का नया नजरिया दिया. उन्होंने अपने निजी जीवन की तुलना करते हुए, दुनिया के सभी माता-पिता को अपने बच्चों को जानने का महत्व समझाया. उन्होंने बताया कि वो अपने बच्चों के लिए समय नहीं निकाल पाए और उन्होंने आज से करीब 6 से 8 साल पहले ही जानना शुरू किया.
'मैंने अपने बच्चों को आज से 6-8 साल पहले जाना'
नौमान इजाज एक पाकिस्तानी टॉक शो में मौजूद थे. वहां उन्होंने अपने शो और फिल्मों में बारे में कई सारी बातें की. नौमान भगवान के द्वारा दिए हुए हुनर की बात कर रहे थे. उन्होंने अपनी बातचीत में कहा कि अगर ऊपर वाले ने आपको नीचे भेजा है तो किसी मकसद से भेजा है. आप अपने हुनर को पहचानिए.
नौमान ने आगे अपने बच्चों के बारे में भी बात की. उन्होंने कहा, 'मैंने अपने बच्चों को उनके छोटेपन से ही बड़ा होता देखा है. मैं आप ही के जैसा नीचे से ऊपर उठा आदमी हूं. मैं बहुत काम किया करता था और अब भी करता हूं. मैं काम से वापस आता था तो उन्हें सोते हुए देखता था. जब वो सो रहे होते थे तो मैं कहता था कि अब इसका कद ऊंचा हो गया है, ये थोड़ा बड़ा हो गया है. मैंने कभी उनके लिए काम से छुट्टी नहीं ली. मैं काम करते हुए ही मरना चाहता हूं. ये मेरी इच्छा है कि मैं किसी सेट पर सीन कर रहा हूं और ऊपरवाला आकर मुझे उठा ले जाए.'
उन्होंने आगे बताया, 'मेरे बच्चे आज से 6-8 साल पहले बाहर पढ़ने गए थे. किस्मत से उनके पास उनकी नानी से मिली हुई किसी और देश की नागरिकता थी. मैं तो कभी नहीं गया था. तो हम जब उन्हें वहां छोड़ने गए थे यूनिवर्सिटी में, तो मैंने उन्हें तब जानना शुरू किया. मैं उनके पास वहां जाता रहा और आज से आप मानिए सिर्फ 6-8 साल पहले मैंने अपने बच्चों को जाना कि मेरे बच्चे चाहते क्या हैं.'