कोरोना की दूसरी लहर का हाहाकार, इक्रा ने घटाई 2021-22 के लिए देश की आर्थिक वृद्धि की रफ्तार!
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बीते साल के लॉकडाउन के बाद जैसे-तैसे अर्थव्यवस्था में सुधार होना शुरू हुआ था. कई रेटिंग एजेंसियों ने 2021 की पहली तिमाही में देश की आर्थिक वृद्धि दर 2021-22 में सुधरने का अनुमान जताया. लेकिन मौजूदा समय में देश में कोरोना वायरस की दूसरी लहर से हाहाकार मचा हुआ है. इस बीच घरेलू रेटिंग एजेंसी इक्रा ने चालू वित्त वर्ष में देश की आर्थिक वृद्धि के अनुमान को घटा दिया है. जानें क्या कहना है इक्रा का.
बीते साल के लॉकडाउन के बाद जैसे-तैसे अर्थव्यवस्था में सुधार होना शुरू हुआ था. कई रेटिंग एजेंसियों ने 2021 की पहली तिमाही में देश की आर्थिक वृद्धि दर 2021-22 में सुधरने का अनुमान जताया. लेकिन मौजूदा समय में देश में कोरोना वायरस की दूसरी लहर से हाहाकार मचा हुआ है. इस बीच घरेलू रेटिंग एजेंसी इक्रा ने चालू वित्त वर्ष में देश की आर्थिक वृद्धि के अनुमान को घटा दिया है. जानें क्या कहना है इक्रा का 11% नहीं रहेगी देश की आर्थिक वृद्धि दर इक्रा ने चालू वित्त वर्ष में पहले देश की आर्थिक वृद्धि दर 10 से 11% के बीच रहने का अनुमान जताया था. लेकिन कोरोना वायरस की मौजूदा स्थिति, स्थानीय स्तरों पर लगते लॉकडाउन और प्रतिबंधों के आधार पर उसने अपने इस अनुमान में 0.5% की कमी की है. इक्रा का अनुमान है कि 2021-22 में देश की आर्थिक वृद्धि दर 10 से 10.5% के बीच रह सकती है.Petrol-Diesel Prices Today: इंटरनेशनल मार्केट में कच्चे तेल के दाम एक बार फिर से बढ़ने लगे हैं, आज ब्रेंट क्रूड 71.21 डॉलर प्रति बैरल है, जबकि WTI क्रूड 67.06 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार कर रहा है. वहीं, भारत की बात करें तो सरकारी तेल कंपनियों ने आज 18 नवंबर, 2024 को भी सभी महानगरों में पेट्रोल और डीजल की कीमतें स्थिर ही रखी हैं.
Petrol-Diesel Prices Today: इंटरनेशनल मार्केट में कच्चा तेल के दाम एक बार फिर से बढ़ने लगे हैं, आज ब्रेंट क्रूड 71.04 डॉलर प्रति बैरल है, जबकि WTI क्रूड 67.02 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार कर रहा है. वहीं, भारत की बात करें तो सरकारी तेल कंपनियों ने आज 17 नवंबर, 2024 को भी सभी महानगरों में पेट्रोल और डीजल की कीमतें स्थिर ही रखी हैं.