कोरोना काल में भी बिहार के शाही लीची की 'धाक', ब्रिटेन किया गया एक्सपोर्ट
Zee News
बिहार में शाही लीची चौथा कृषि उत्पाद है जिसे जीआई दर्जा 2018 में मिला. इससे पहले जर्दालु आम, कतरनी चावल और मगही पान को यह दर्जा मिला था.
नई दिल्ली: भारत ने बिहार के चर्चित शाही लीची (litchi) की पहली खेप का निर्यात ब्रिटेन को किया है. इस मौसम की पहली खेप को हवाई मार्ग के जरिये आज (सोमवार) भेजी गई, कॉमर्स मंत्रालय ने यह जानकारी दी. मुख्य रूप से बिहार के मुजफ्फरपुर, वैशाली, समस्तीपुर और चंपारण जिले तथा उसके आसपास के क्षेत्र में उगाई जाने वाली शाही लीची अपनी खास मिठास और स्वाद के लिये जानी जाती है. GI सर्टिफाइड है बिहार का लीची बिहार का लीची GI यानी किसी खास जगह की पहचान वाला Certified product है. जीआई सर्टिफिकेट वाले प्रोडक्ट की कीमत थोड़ी अधिक होती है क्योंकि कोई भी उत्पादक उसी प्रकार के सामान के लिये बाजार में नाम का दुरूपयोग नहीं कर सकता. एक जीआई कैटेगरी का उपयोग एक निश्चित क्षेत्र से उत्पन्न होने वाले कृषि, प्राकृतिक या मैन्युफैक्चर्ड प्रोडक्ट के लिए किया जाता है. आमतौर पर, ऐसा नाम क्वालिटी और Specialty की गारंटी देता है, जो मुख्यत: इसके मूल स्थान के कारण होता है.More Related News