'कोई व्यक्ति वस्त्र से नहीं, वचन से योगी होता है...', अखिलेश यादव का CM योगी आदित्यनाथ पर हमला
AajTak
अखिलेश यादव ने कहा, 'हमारे यहां माना जाता है कि जो जितना बड़ा ज्ञानी होता है वो उतना ही चुप रहता है. इसलिए हमारे यहां मौनी और मुनि की परंपरा रही है और कलयुग में सब उल्टा हो रहा है. मृतभाषी आजकल वाचाल बन गए हैं. मृदुभाषी, कटुवाची बन गए हैं. '
समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने एक बार फिर सीएम योगी आदित्यनाथ पर तीखा हमला किया है. लखनऊ में आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि एनकाउंटर करने वालों का काउंटडाउन शुरू हो गया है. अब वो ज्यादा दिन सरकार में नहीं रहेंगे.
अखिलेश यादव ने कहा, "संत समाज के बीच झगड़े करवाए जा रहे हैं. जो खुद से बड़ा किसी और को नहीं मानते, वो कैसे 'योगी' हैं?... जो जितना बड़ा संत होता है वो उतना ही कम बोलता है और बोलता भी है तो जनकल्याण के लिए इसलिए उसके वचन प्रवचन कहलाते हैं. यहां तो जब उल्टा ही है.
हमारे यहा मुनि और मौनी की परंपरा- अखिलेश
अखिलेश ने आगे कहा, 'जिस तरह की भाषा इस्तेमाल हो रही है उसे लग रहा है कि उनकी योग्यता के बारे में भी आपको और हमें जानना चाहिए. कोई व्यक्ति वस्त्र से नहीं, वचन से योगी होता है.' जो योग हमेशा अमृतकाल को याद दिलाते हैं, ये आजादी का नहीं बर्बादी का अमृतकाल है और नकारात्मक लोगों का भी. हमारे यहां माना जाता है कि जो जितना बड़ा ज्ञानी होता है वो उतना ही चुप रहता है. इसलिए हमारे यहां मौनी और मुनि की परंपरा रही है और कलयुग में सब उल्टा हो रहा है. मृतभाषी आजकल वाचाल बन गए हैं. मृदुभाषी, कटुवाची बन गए हैं... परोपकारी लोग अत्याचारी का काम कर रहे हैं.'
यह भी पढ़ें: 'अंग्रेज चले गए और इन्हें छोड़ गए...', CM योगी के 'बंटेंगे तो कटेंगे' पर अखिलेश यादव का तंज
सीएम योगी का नाम लिए बगैर अखिलेश ने कहा, 'जिनका काम सरकार चलाना है वो बुलडोजर चला रहे हैं और विकास का प्रतीक विनाश का प्रतीक बन गया है. अभी-अभी सुना होगा आपने कि किसी भी सरकार को सुप्रीम कोर्ट ने ऐसा कहा. देश में पहली बार ऐसा हुआ है कि सुप्रीम कोर्ट ने बुलडोजर एक्शन के खिलाफ उत्तर प्रदेश सरकार पर 25 लाख रुपये का भारी जुर्माना लगाया है. अगर कही ऐसा हुआ हो तो बताइए.'
महाराष्ट्र में एक जनसभा के दौरान सीएम योगी आदित्यनाथ ने कांग्रेस पर जमकर हमला बोला. उन्होंने कहा कि जहां एक ओर 'एक भारत, श्रेष्ठ भारत' का लक्ष्य है, वहीं दूसरी ओर 'लव जिहाद' और 'लैंड जिहाद' जैसे मुद्दों पर 'महाअनाड़ी' का गठबंधन है. इस प्रकार के गठबंधनों पर उन्होंने कांग्रेस को कटघरे में खड़ा कर दिया है.
छत्तीसगढ़ में इंसान और वन्यजीव संघर्ष से गंभीर स्थिति पैदा हो गई है, जहां लगभग हर हफ्ते जानलेवा घटनाएं सामने आ रही हैं. वन्यजीव विभाग के सूत्रों के अनुसार, पिछले 11 वर्षों में ऐसी मुठभेड़ों में लगभग 595 लोगों की जान चली गई है, जिसमें वार्षिक औसत 54 मौतें हैं. हाल के वर्षों में स्थिति और खराब हो गई है.