कैमरा, क्राइम और साजिश... जानें, साल 2024 की दिल दहला देने वाली जुर्म की बड़ी घटनाएं
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हर कोई अपने-अपने हिसाब और अपने-अपने हिस्से के मुताबिक साल 2024 को याद करेगा. लिहाज़ा, 'आज तक' का भी फर्ज़ है कि वो अपनी नगाहों से 24 को देखे. निगाहें यानी कैमरा. तो चलिए 2024 की उन घटनाओं को याद करते हैं, जिन्होंने सबको दहला कर रख दिया.
नज़र और निगाहें. कहने को दोनों में कोई फर्क़ नहीं लेकिन हकीकत में ज़मीन आसमान का फ़र्क है. नज़र वही देखती और दिखाती है जो आपकी आंखें दिखातीं हैं. लेकिन निगाहें वो कैमरा हैं, जो देखती भी है और सदा के लिए रिकार्ड भी कर लेती है. साल 2024. हर गुज़रते साल की तरह इस साल को भी हर कोई अपने-अपने हिसाब से याद करेगा. हर साल की तरह ये साल भी हरेक के हिस्से में कुछ ना कुछ छोड़ गया. खुशी-ग़म, अच्छी-बुरी, भूल जाने वाली, कभी ना भुला पाने वाली सारी यादें अब बस 24 की यादें बन कर ही रह जाएंगी.
मगर इनमें से कई यादों को याद करने के लिए आपको अपनी आंखें बंद करनी पड़ेंगी तो कई यादें ऐसी होंगी जो आपकी निगाहों से ही आपको याद दिलाती रहेंगी. हर कोई अपने-अपने हिसाब और अपने-अपने हिस्से के मुताबिक 24 को याद करेगा. लिहाज़ा, 'आज तक' का भी फर्ज़ है कि वो अपनी नगाहों से 24 को देखे. निगाहें यानी कैमरा. तो चलिए साल 2024 की उन घटनाओं को याद करते हैं, जिन्होंने सबको दहला कर रख दिया.
2 जनवरी 2024 - टोक्यो का हानेडा एयरपोर्ट साल 2024 ने अभी दस्तक ही दी थी कि जापान में टोक्यो के हानेडा एयरपोर्ट की रनवे पर ऐसा मंजर देखने को मिला, जो शायद ही इससे पहले कभी किसी ने देखा हो. 379 मुसाफिरों से भरा हुआ जापान एयरलाइंस का एक प्लेन आग के गोले में तब्दील होकर रनवे पर दौड़ रहा था. उस आग के गोले को देख कर कोई सोच भी नहीं सकता था कि इसमें सवार एक भी मुसाफिर बच पाएगा. लेकिन करिश्मा देखिए सभी 379 मुसाफिरों की जान बच गई. क्योंकि वो सभी जलते हुए प्लेन से नीचे कुद गए थे. ये हादसा रनवे पर एक दूसरे विमान के टकराने की वजह से हुआ था. वो दूसरा विमान कोस्ट गार्ड का था, जिसमें सवार 6 क्रू मेंबर्स में से पांच की मौत हो गई थी.
19 जनवरी 2024 - गोवा साउथ गोवा के काबो-डी-रामा इलाके में इस राजबाग बीच के एक आपार्टमेंट में बैठी एक लेडी समंदर की लहरों को अपने मोबाइल के कैमरे में रिकॉर्ड कर रही थी. तभी उसे एक कपल चट्टानों के बीच इस जगह जाता हुआ दिखाई देता है. लेकिन कुछ देर बाद उसका कैमरा दिखाता है कि कपल में से एक पुरुष तो वापस लौट रहा है, लेकिन महिला साथ नहीं है. अब वो कैमरे का पूरा फोकस उसी तरफ कर देती है. कुछ देर बाद फिर वहां पर हलचल होती है. वही शख्स थोड़ी देर बाद आराम से टहलते हुए उसी जगह वापस जाता दिखाई देता है. वहां कुछ देखने के बाद वो एक बार फिर लौट जाता है. कैमरा अब भी ऑन था. अब अचानक कैमरे में वही शख्स जो अपनी महिला साथी को छोड़ कर पहले अकेला लौटा, फिर वापस उसी जगह गया, फिर लौट आया. अब तीसरी बार उसी तरफ जा रहा था. लेकिन इस बार वो बाकायदा दौड़ रहा था. बदहवास और घबराया हुआ था. दरअसल, गौरव नाम के उस शख्स ने अपनी ही पत्नी दीक्षा को उसी बीच पर समंदर में डुबो-डुबो कर मार डाला था. वो तो गलती से एक कैमरे ने सब रिकार्ड कर लिया और कातिल पकड़ा गया.
8 फरवरी 2024 - दहिसर की आईसी कॉलोनी, मुंबई इस वक्त मुंबई के दहिसर इलाके के एक दफ्तर से फेसबुक लाइव स्ट्रीमिंग चल रही है. अभी फ्रेम में दो लोग नजर आ रहे थे. एक इसी इलाके के पूर्व पार्षद अभिषेक घोसालकर और दूसरा इसी इलाके से राजनीति में कदम रखने जा रहा मॉरिस नोरहोन्हा उर्फ मॉरिस भाई. लगभग 39 मिनट की लाइव स्ट्रीमिंग हो चुकी थी. अब मॉरिस उठता है और कैमरे से बाहर निकल जाता है. हालांकि अब वो कैमरे में दिखाई नहीं दे रहा है, क्योंकि अब वो ठीक कैमरे के पीछे जा कर खड़ा हो चुका है. अब कैमरे पर अकेले अभिषेक थे. सोफे से उठ कर अभिषेक इससे पहले कि कैमरे से बाहर निकलते, अचानक एक फायर की आवाज आती है और अभिषेक अपना पेट पकड़ लेते हैं. तभी दूसरा फायर होता है, फिर तीसरा, फिर चौथा, फिर पांचवां. जाहिर है गोली लाइव चल रही थी. अब कैमरे को हिलना ही था. लिहाज़ा, इसी के साथ कैमरा बंद हो जाता है. कैमरे पर लाइव अभिषेक का कत्ल हो चुका था.
14 अप्रैल 2024 - गैलेक्सी अपार्टमेंट, मुंबई उस रोज बाइक पर विक्की गुप्ता और सागर पाल सवार थे. बाइक पर आगे बैठा था विक्की गुप्ता और पीछे सागर पाल. सागर पाल के हाथ में पिस्टल थी. और वो उसी पिस्टल से गैलेक्सी अपार्टमेंट का निशाना लेकर कुल पांच गोलियां चलाता है. तीन जमीन पर गिरती है. एक गैलेक्सी की दीवार पर और एक गैलेक्सी के बालकॉनी के पर्दे को चीरती हुई सलमान खान के ड्राइंग रूम की दीवार पर. यूं तो लॉरेंस बिश्नोई लंबे वक्त से सलमान खान को धमकाता रहा है. मगर ये पहली दफा था जब उसके गुर्गों की गोलियां सलमान के घर के अंदर तक पहुंच गई थीं.
पाकिस्तान के लोग आज अपने ही रक्षा मंत्री ख्वाजा मुहम्मद आसिफ का इस्तीफा मांग रहे हैं. आसिफ ने भारत और हिंदुओं पर अत्याचार करने वाले अहमद शाह अब्दाली, मोहम्मद गौरी और महमूद गज़नवी जैसे मुस्लिम आक्रमणकारियों को लुटेरा बताया है और ये कड़वा सच पाकिस्तान के लोगों से बर्दाश्त नहीं हो रहा है. देखें ब्लैक एंड व्हाइट विश्लेषण.
दिल्ली की राजनीति में एक नया मोड़ लेते हुए, केजरीवाल ने पुजारियों और ग्रंथियों के लिए मासिक वेतन की घोषणा की. इस पहल का सामना करने के लिए बीजेपी ने सावरकर जैसे ऐतिहासिक और राष्ट्रवादी प्रतीक का सहारा लिया. पीएम मोदी दिल्ली में चुनाव प्रचार की शुरुआत सावरकर के नाम पर आधारित कार्यक्रम से करेंगे. इस मुद्दे पर बीजेपी और आप में आर-पार की जंग छिड़ गई है.