कश्मीर में मात, लेह-श्रीनगर में G-20 की बैठक और आतंकियों की बौखलाहट... पुंछ हमले की इनसाइड स्टोरी
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Poonch Terrorist Attack: कश्मीर घाटी में अमन बहाली से आतंकी संगठन बौखलाए हैं. इसी के चलते जम्मू-कश्मीर को दहलाने और लोगों में भय पैदा करने की साजिश की जा रही हैं. आतंकी संगठन साजिश के तहत ये संदेश देना चाहते हैं कि केंद्र शासित प्रदेश के हालात ठीक नहीं हैं.
अनुच्छेद-370 हटने के बाद कश्मीर घाटी में हुई अमन बहाली से आतंकी संगठन बौखलाए हुए हैं. सुरक्षाबलों की सतर्कता, समन्वय और सुरक्षा एजेंसियों के बेहतर तालमेल से घाटी में आतंकी घटनाओं पर काफी लगाम भी लगी है. आतंकियों को पनाह देने वालों की भी कमर टूटी है. आतंकी संगठनों के कई बड़े कमांडर मार गिराए गए हैं. मगर, हताश आतंकी संगठन अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहे हैं. आज यानी कि गुरुवार को पुंछ में हुआ हमला भी इसी की तस्दीक करता है.
दरअसल, भारत इस साल जी-20 समिट की अध्यक्षता कर रहा है. इसके तहत अलग-अलग जगह बैठकें होनी हैं. इसमें दो बैठकें श्रीनगर और लद्दाख के लेह में होंगी. लेह में 26 से 28 अप्रैल और श्रीनगर में 22 से 24 मई को बैठक होनी है. इस बैठक से पहले आंतकवादी हमला करके संदेश देना चाहते हैं कि कश्मीर में हालात सामान्य नहीं हैं. इन दोनों बैठकों को लेकर पाकिस्तान आपत्ति भी जता चुका है. हालांकि, भारत ने पाकिस्तान की आपत्ति को ये कहते हुए खारिज कर दिया कि जम्मू-कश्मीर और लेह भारत का अभिन्न और अटूट हिस्सा हैं.
आतंकियों की साजिश और पाकिस्तान की आपत्ति में समानता
यहां गौर करने वाली बात ये है कि आतंकियों की साजिश और पाकिस्तान की आपत्ति में काफी समानता है. हमले करके आतंकी ये संदेश देना चाहते हैं कि कश्मीर घाटी में हालात सामान्य नहीं हैं. ठीक कुछ ऐसा ही पाकिस्तान कहता है. उसका कहना है कि इन बैठकों के आयोजन से जम्मू-कश्मीर की वास्तविकता नहीं छुप सकती.
अहम बात ये है कि कश्मीर में मात खाने और घुसपैठ में कामयाब न होने के बाद अब आतंकी जम्मू संभाग की सीमाओं से घुसपैठ कर केंद्र शासित प्रदेश को दहलाने की साजिश रच रहे हैं. आज आतंकियों ने ऐसी ही साजिश को अंजाम दिया. हाइवे से गुजर रहे सेना के वाहन को निशाना बनाकर ग्रेनेड दागे और फायरिंग की. इस हमले में राष्ट्रीय राइफल्स के पांच जवान शहीद हो गए, जबकि एक घायल हुआ है.
बारिश और लो विजिबिलिटी का फायदा आतंकियों ने किया हमला
डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि हम लगेज पॉलिसी लेकर आए हैं, जब भी हम कुछ लागू करते हैं, तो हमें सुझाव मिलते हैं, जनता की मांग थी कि दूध और सब्जी का उत्पादन करने वाले या सप्लाई करने वाले किसानों को हमारी बसों में रियायत दी जाए, हमने उनकी मांग को स्वीकार किया और दूध और सब्जी सप्लायरों के लिए टिकट हटा दिए हैं.
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