कश्मीर पर बोलने के लिए ईरानी राष्ट्रपति को मजबूर करना चाह रहे थे शहबाज शरीफ, सबके सामने हो गई किरकिरी!
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ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी सोमवार को तीन दिवसीय दौरे पर पाकिस्तान पहुंचे हैं. सोमवार को ही उन्होंने पाकिस्तानी पीएम शहबाज शरीफ से द्विपक्षीय वार्ता की और एक संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित किया. कॉन्फ्रेंस के दौरान शहबाज शरीफ ने पूरी कोशिश की कि रईसी कश्मीर के मुद्दे पर पाकिस्तान के पक्ष में कुछ बोलें लेकिन वो बुरी तरह विफल रहे.
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ को उस वक्त अपमानजनक स्थिति का सामना करना पड़ा जब ईरान के राष्ट्रपति इब्राहिम रईसी ने मीडिया के सामने ही कश्मीर पर पाकिस्तान का साथ देने के मुद्दे पर चुप्पी साध ली. तीन दिवसीय दौरे में सोमवार को पाकिस्तान पहुंचे ईरान के राष्ट्रपति ने पीएम शरीफ से मुलाकात के बाद एक संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित किया. कॉन्फ्रेंस के दौरान शहबाज शरीफ ने कश्मीर का मुद्दा उठाया और कोशिश की कि रईसी भी कश्मीर के मुद्दे पर पाकिस्तान के पक्ष में कुछ बोले लेकिन उन्हें निराशा हाथ लगी.
संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान शहबाज शरीफ ने कोशिश की कि ईरान गाजा पर जो रुख अपना रहा है, कश्मीर की स्थिति पर भी उसका रुख वैसा ही हो. उन्होंने राष्ट्रपति रईसी को धन्यवाद देते हुए कहा, 'मैं कश्मीर की खातिर आवाज उठाने के लिए आपको और ईरान के लोगों को धन्यवाद देता हूं.'
हालांकि, रईसी इस टिप्पणी पर असहज दिखे और अपने भाषण में उन्होंने कश्मीर पर कोई भी बात करने से परहेज किया. रईसी ने कश्मीर का जिक्र करने के बजाए फिलिस्तीन का जिक्र किया और कहा कि ईरान लोगों के उत्पीड़न के खिलाफ लड़ने वालों खासकर, फिलीस्तीनी लोगों के लिए लड़ने वालों के साथ खड़ा है.
भारत-पाकिस्तान के बीच संतुलन बनाने की कोशिश करता ईरान
कश्मीर पर रईसी की चुप्पी शहबाज शरीफ के लिए असहज करने वाली थी. भारत-पाकिस्तान विवाद पर रईसी की चुप्पी दिखाती है कि ईरान दोनों देशों को लेकर एक नाजुक संतुलन बनाए हुए है और भारत के साथ सौहार्दपूर्ण रिश्तों को आगे बढ़ा रहा है.
दोनों देशों के राजनयिक और व्यापारिक संबंध रहे हैं और गाजा में चल रहे इजरायल के युद्ध के बीच भारत और ईरान में कई दफे बातचीत हुई है. बीते साल नवंबर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रपति रईसी से गाजा की स्थिति पर बातचीत की थी और दोनों ही पक्षों ने तुरंत युद्धविराम का समर्थन किया था.
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