![कतर में फांसी पर रोक, क्या अब भारत लौट सकेंगे 8 भारतीय? पढ़ें- सरकार के पास अब क्या रास्ता](https://akm-img-a-in.tosshub.com/aajtak/images/story/202312/658d6fc1c33de-qatar-court-24383183-16x9.png)
कतर में फांसी पर रोक, क्या अब भारत लौट सकेंगे 8 भारतीय? पढ़ें- सरकार के पास अब क्या रास्ता
AajTak
भारत और कतर के बीच दो दिसंबर 2014 को एक संधि हुई थी. इस संधि के तहत भारत और कतर दोनों देश एक-दूसरे की जेलों में बंद नागरिकों को अपनी बाकी बची सजा काटने के लिए उनके देश भेज सकेंगे.
कतर से गुरुवार को राहत भरी खबर आई. खाड़ी मुल्क में गिरफ्तार भारत के आठ पूर्व नेवी अफसरों को मौत की सजा पर रोक लगा दी गई. अब ऐसे में सवाल है कि इस फैसले के बाद इन आठ अफसरों का क्या होगा?
कहा जा रहा है कि भारत अब इन आठ पूर्व नेवी अफसरों की वतन वापसी की मांग कर सकता है. इसके लिए 2014 में भारत और कतर के बीच हुई कैदियों की अदला-बदली संधि (Treaty on transfer of Sentenced Persons between India and Qatar) का हवाला दिया जा सकता है. इस संधि के तहत कतर की जेल में बंद भारतीय कैदियों को भारत में जबकि भारत की जेल में बंद कतर के कैदियों को उनके वतन भेजने का प्रावधान है.
हालांकि, साल 2004 से पहले ऐसा कोई कानून नहीं था, जिससे विदेशी कैदियों को उनकी सजा की बाकी अवधि के लिए उनके मुल्क भेजा जाए.
दोनों देशों के बीच की क्या है संधि?
भारत और कतर के बीच दो दिसंबर 2014 को एक संधि हुई थी. इस संधि के तहत भारत और कतर दोनों देश एक-दूसरे की जेलों में बंद नागरिकों को अपनी बाकी बची सजा काटने के लिए उनके देश भेज सकेंगे. संभावना जताई जा रही है कि पूर्व भारतीय नौसैनिकों के मामले में भी ऐसा देखने को मिल सकता है.
भारतीय नौसेना के ये सभी आठ पूर्व ऑफिसर पिछले साल अगस्त से ही कतर के जेल में बंद हैं. कतर ने अभी तक इन सभी पूर्व ऑफिसर्स के खिलाफ लगाए गए आरोपों की जानकारी नहीं दी है. हालांकि, मामले से परिचित लोगों का कहना है कि इन सभी पर जासूसी करने का आरोप लगाया गया है.
![](/newspic/picid-1269750-20250206024625.jpg)
बांग्लादेश में आवामी लीग के प्रदर्शन से एक दिन पहले हिंसक झड़पें हुईं. ढाका के धनमंडी इलाके में बंगबंधु शेख मुजीबुर्रहमान के घर पर हमला किया गया. प्रदर्शनकारियों ने तोड़फोड़ की और घर को आग के हवाले करने का प्रयास किया. बुलडोजर से भी हमला किया गया. इस बीच हजारों आवामी लीग समर्थकों और नेताओं को गिरफ्तार किया गया. VIDEO
![](/newspic/picid-1269750-20250206003238.jpg)
इस हमले के बाद शेख हसीना की पार्टी अवामी लीग ने बयान जारी कर देश के अंतरिम युनूस सरकार पर निशाना साधा और राज्य मशीनरी का दुरुपयोग करने का आरोप लगाया. अवामी लीग ने बयान में कहा, जब से अवैध, असंवैधानिक और फासीवादी यूनुस सरकार ने राज्य की सत्ता पर कब्ज़ा किया है, तब से उसने अपने लाभ के लिए राज्य मशीनरी पर कब्जा कर लिया है.
![](/newspic/picid-1269750-20250205124418.jpg)
इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू अमेरिका के दौरे पर हैं. इस बीच अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने उन रिपोर्ट् का खंडन किया है जिनमें कहा जा रहा है कि अमेरिका 'ईरान के टुकड़े-टुकड़े करने के लिए' इजरायल के साथ मिलकर काम कर रहा है. दावों को खारिज करते हुए ट्रंप ने कहा कि ऐसी अटकलें 'बहुत बढ़ा-चढ़ाकर पेश की गई' हैं.
![](/newspic/picid-1269750-20250205121857.jpg)
कहा जाता है कि मिलर का व्हाइट हाउस में बड़ा रुतबा है. वह अब राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार और नीतिगत मामलों के डिप्टी डायरेक्टर हैं. ट्रंप ने जब कार्यकारी आदेशों पर हस्ताक्षर किए थे तब वहां मिलर भी मौजूद थे. बता दें कि इस आदेश में ट्रंप ने जन्मसिद्ध नागरिकता को खत्म करने और मैक्सिको सीमा पर सख्ती करने समेत कई फैसले लिए थे.