आतिशी ने केंद्र की वैक्सीन रणनीति को बताया घोटाला, 'प्राइवेट अस्पताल को मिल रही, राज्यों को नहीं'
AajTak
आतिशी ने सवाल उठा दिया है कि प्राइवेट अस्पतालों को तो केंद्र की तरफ से वैक्सीन दी जा रही है, लेकिन जो राज्य पहले ही फ्री में लगाने का ऐलान कर चुके हैं, उन्हें वैक्सीन नहीं दी जा रही है.
देश में कोरोना की दूसरी लहर सुस्त जरूर पड़ती दिख रही है, लेकिन राजनीति अभी भी चरम पर है. कोरोना काबू में आ गया है तो अब टीकाकरण को लेकर आरोप-प्रत्यारोप का खेल शुरू हो गया है. कई राज्य इस समय वैक्सीन की कमी से जूझ रहे हैं. केंद्र से वैक्सीन सप्लाई की मांग की जा रही है. ऐसा ही कुछ हाल देश की राजधानी दिल्ली का भी है जहां पर 18+ वालों को लंबे समय से टीका नहीं लग पा रहा है. अब AAP नेता आतिशी ने केंद्र की वैक्सीन रणनीति पर सवाल खड़े कर दिए हैं. India is probably the only country in the world where state govts vaccinating for free have no vaccine supply, but private hospitals who charge exorbitant rates for vaccination have vaccine doses available!#VaccinationGhotala pic.twitter.com/JACLktxK8g Delhi’s Vaccination Bulletin for 29th May. pic.twitter.com/pbOhuuYQ05 सभी राज्यों में युवाओं का वैक्सीनेशन बंदः आतिशीमहाराष्ट्र के ठाणे में एक बच्ची का शव मिलने के बाद लोग आक्रोशित हो गए. दरअसल उल्हासनगर इलाके में तीन दिनों पहले एक बच्ची लापता हो गई थी जिसके बाद परिजनों ने थाने में गायब होने की रिपोर्ट भी दर्ज कराई थी. इसी के बाद गुरुवार को उसका शव हिल लाइन पुलिस स्टेशन से कुछ दूरी पर मिला जिसे देखकर स्थानीय लोग भड़क गए.
गौतम अडानी पर आरोप है कि उन्होंने अमेरिका के निवेशकों के पैसे से भारत में सरकारी अधिकारियों को रिश्वत दी और ये रिश्वत भी उन प्रोजेक्ट्स के लिए दी गई, जिससे 20 वर्षों में अडानी ग्रुप की एक कम्पनी को 2 बिलियन अमेरिकी डॉलर्स यानी भारतीय रुपयों में लगभग 16 हज़ार 881 करोड़ रुपये का मुनाफा होने का अनुमान है. आरोप है कि इस मुनाफे के लिए साल 2021 से 2022 के बीच आंध्र प्रदेश, ओडिशा, जम्मू-कश्मीर, तमिलनाडु और छत्तीसगढ़ की सरकारों को लगभग 2200 करोड़ रुपये की रिश्वत दी गई.
गौतम अडानी एक बार फिर चर्चा में हैं क्योंकि उन पर सोलर एनर्जी प्रोजेक्ट्स के ठेके पाने के लिए भारतीय अधिकारियों को करोड़ों रुपये की रिश्वत देने का आरोप है. इस मामले पर NSUI ने भी प्रदर्शन किया है. इस मुद्दे ने राजनीतिक और व्यावसायिक जगत में खलबली मचा दी है, जिसमें भ्रष्टाचार और व्यापारिक नैतिकता के सवाल शामिल हैं.