असमः फर्जी कोरोना रिपोर्ट दिखा धूल झोंकने का प्रयास, लग गया इतने हजार का जुर्माना
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अधिकारियों ने अपने आदेश में कहा कि इस तरह का गैर-जिम्मेदाराना रवैया पुलिस और चिकित्सकों की मेहनत पर पानी फेरता है. जिले के कर्मचारी जो दिन-रात सातों दिन मेहनत कर रहे हैं उनके प्रयासों को यह प्रभावित करता है.
कोरोना काल में फर्जी कोविड-19 रिपोर्ट लेकर यात्रा करने का मामला सामने आया है. मणिपुर के सेनापति जिले के तीन लोग नकली कोविड-19 निगेटिव रिपोर्ट के जरिए वापस आ रहे थे. यात्रा कर रहे तीनों पुरुषों पर जुर्माना लगाया गया. 'सेनापति जिला' के मजिस्ट्रेट महेश चौधरी ने एक आधिकारिक आदेश जारी किया. आदेश में बताया गया कि ये लोग सेनापति जिले के रहने वाले हैं और इनकी पहचान 33 वर्षीय डेविड डी, 34 वर्षीय हरिवेई और 29 वर्षीय एच दलिनी चाओ के रूप में हुई है. ये लोग कोविड-19 के निगेटिव रिपोर्ट के जरिए सेनापति से दीमापुर की यात्रा करके 27 और 28 मई की तारीख को वापस आ रहे थे.महाराष्ट्र के ठाणे में एक बच्ची का शव मिलने के बाद लोग आक्रोशित हो गए. दरअसल उल्हासनगर इलाके में तीन दिनों पहले एक बच्ची लापता हो गई थी जिसके बाद परिजनों ने थाने में गायब होने की रिपोर्ट भी दर्ज कराई थी. इसी के बाद गुरुवार को उसका शव हिल लाइन पुलिस स्टेशन से कुछ दूरी पर मिला जिसे देखकर स्थानीय लोग भड़क गए.
गौतम अडानी पर आरोप है कि उन्होंने अमेरिका के निवेशकों के पैसे से भारत में सरकारी अधिकारियों को रिश्वत दी और ये रिश्वत भी उन प्रोजेक्ट्स के लिए दी गई, जिससे 20 वर्षों में अडानी ग्रुप की एक कम्पनी को 2 बिलियन अमेरिकी डॉलर्स यानी भारतीय रुपयों में लगभग 16 हज़ार 881 करोड़ रुपये का मुनाफा होने का अनुमान है. आरोप है कि इस मुनाफे के लिए साल 2021 से 2022 के बीच आंध्र प्रदेश, ओडिशा, जम्मू-कश्मीर, तमिलनाडु और छत्तीसगढ़ की सरकारों को लगभग 2200 करोड़ रुपये की रिश्वत दी गई.
गौतम अडानी एक बार फिर चर्चा में हैं क्योंकि उन पर सोलर एनर्जी प्रोजेक्ट्स के ठेके पाने के लिए भारतीय अधिकारियों को करोड़ों रुपये की रिश्वत देने का आरोप है. इस मामले पर NSUI ने भी प्रदर्शन किया है. इस मुद्दे ने राजनीतिक और व्यावसायिक जगत में खलबली मचा दी है, जिसमें भ्रष्टाचार और व्यापारिक नैतिकता के सवाल शामिल हैं.