![अरुणाचल प्रदेश में चीन के साथ क्या है सीमा विवाद? चीन ने पिछले ही साल बदले थे अरुणाचल के 15 इलाकों के नाम](https://akm-img-a-in.tosshub.com/aajtak/images/story/202212/ldfpw-sixteen_nine.png)
अरुणाचल प्रदेश में चीन के साथ क्या है सीमा विवाद? चीन ने पिछले ही साल बदले थे अरुणाचल के 15 इलाकों के नाम
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अरुणाचल प्रदेश में एलएसी (वास्तविक नियंत्रण रेखा) के पास एक बार फिर से भारतीय और चीनी सैनिकों के बीच झड़प हुई है. ऐसा पहली बार नहीं है कि चीन ने इस तरह की हिमाकत की हो. एक साल पहले दिसंबर 2021 में भी चीन ने अरुणाचल के 15 इलाकों के नाम बदल दिए थे. आखिर चीन अरुणाचल प्रदेश में अपना दावा क्यों जताता है, क्या है सीमा विवाद?
वास्तविक सीमा नियंत्रण (एलएसी) पर यांगत्से इलाके में भारतीय और चीनी सैनिकों के बीच झड़प के बाद एक बार फिर से भारत का चीन के साथ सीमा विवाद गहराता नजर आ रहा है. अरुणाचल प्रदेश में भारतीय सेना की चीनी सैनिकों से झड़प के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक बैठक बुलाई है.
सेना के सूत्रों के अनुसार, 9 दिसंबर को 300 से ज्यादा चीनी सैनिकों ने 17 हजार फीट की ऊंचाई पर भारतीय चोटी की ओर बढ़ने की कोशिश की. हालांकि, भारतीय सैनिकों ने सभी चीनी सैनिकों के मंसूबों पर पानी फेरते हुए खदेड़ दिया.
चीन अरुणाचल प्रदेश को दक्षिणी तिब्बत का हिस्सा बताकर अपना दावा पेश करता रहा है. चीन ने पिछले साल ही अरुणाचल प्रदेश के 15 इलाकों के नाम बदल दिए थे. भारत सरकार ने इस पर सख्त आपत्ति जताई थी. भारतीय विदेश मंत्रालय ने कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए कहा था कि अरुणाचल प्रदेश भारत का अभिन्न हिस्सा है और रहेगा. चीन ने अप्रैल 2017 में भी इस तरह से नाम बदलाने की कोशिश की थी.
तो आइए जानते हैं अरुणाचल प्रदेश में चीन के साथ क्या है सीमा विवाद
अरुणाचल प्रदेश को लेकर भारत और चीन के बीच लंबे समय से विवाद रहा है. भारत की चीन के साथ लगभग 3500 किलोमीटर लंबी सीमा लगती है. इसे वास्तविक नियंत्रण रेखा यानी एलएसी कहा जाता है. अरुणाचल प्रदेश को चीन दक्षिणी तिब्बत बताते हुए इसे अपनी जमीन होने का दावा करता है. तिब्बत को भी चीन ने 1950 में हमला कर अपने में मिला लिया था. भारतीय विदेश मंत्रालय के अनुसार, चीन अरुणाचल प्रदेश की करीब 90 हजार वर्ग किलोमीटर पर अपना दावा करता है.
चीन के साथ सीमा साझाकरण को तीन सेक्टर्स में बांटा गया है. पहला- पूर्वी, दूसरा- मध्य और तीसरा- पश्चिमी. अरुणाचल प्रदेश और सिक्किम ईस्टर्न यानी पूर्वी सेक्टर में सीमा साझा करता है. इसकी लंबाई 1346 किमी है. उत्तराखंड और हिमाचल मिडिल सेक्टर में तो लद्दाख पश्चिमी सेक्टर में चीन के साथ सीमा साझा करता है.
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