YouTube पर बादशाहत की जंग, T Series से आगे निकल जाएगा 26 साल का ये लड़का?
AajTak
MrBeast vs T-Series Subscriber Count: YouTube का नया बादशाह कौन होगा? इस वक्त T-Series और MrBeast के बीच सबसे ज्यादा YouTube सब्सक्राइबर्स की जंग चल रही है. फिलहाल T-Series के पास सबसे ज्यादा सब्सक्राइबर्स हैं. वहीं MrBeast के सब्सक्राइबर्स की संख्या T-Series के लगभग 10 लाख कम है. इस बारे में MrBeast लगातार सोशल मीडिया पर पोस्ट कर रहे हैं.
YouTube पर सब्सक्राइबर्स की जंग एक बार फिर शुरू हो गई है. इससे पहले Pewdiepie और T-Series के बीच ये जंग देखने को मिली थी. अब ये जंग एक अमेरिकी यूट्यूबर और T-Series के बीच हो रही है. दरअसल, MrBeast उर्फ जिम्मी डोनाल्डसन और टी-सीरीज के सब्सक्राइबर्स की संख्या में अंतर बहुत कम है.
T-Sereis के YouTube सब्सक्राइबर्स की संख्या सबसे ज्यादा है. ऐसे में MrBeast अपने नाम सबसे ज्यादा सब्सक्राइबर्स का ताज करना चाहते हैं. इसके लिए वो सोशल मीडिया पर भी लगातार पोस्ट कर रहे हैं. दोनों के सब्सक्राइबर्स की संख्या में सिर्फ 1 मिलियन यानी 10 लाख का अंतर है.
जहां YouTube पर T-Series के सब्सक्राइबर्स की संख्या 266 मिलियन है. वहीं MrBeast का यूट्यूब चैनल 265 मिलियन पर पहुंच गया है. हालांकि, दोनों चैनल्स के कंटेंट में काफी ज्यादा अंतर है. T-Series एक रिकॉर्ड लेबल है. इस चैनल पर आपको ज्यादातर म्यूजिक वीडियो और फिल्मों के ट्रेलर मिलते हैं.
यह भी पढ़ें: YouTube प्रीमियम मेंबर्स के लिए नया AI फीचर, स्किप कर पाएंगे वीडियो सेक्शन्स
वहीं MrBeast के चैनल पर आपको कई तरह के कंटेंट मिलते हैं. इस चैनल पर चैलेंज, गिवअवे, स्टंट जैसे वीडियोज मिलते हैं. इस जंग की शुरुआत पिछले महीने हुई, जब MrBeast ने T-Series के CEO को बॉक्सिंग मैच के लिए चुनौती दी.
उस वक्त MrBeast के सब्सक्राइबर्स की संख्या 258 मिलियन थी, जबकि T-Series के सब्सक्राइबर्स 265 मिलियन थे. दोनों के बीच 6.68 मिलियन सब्सक्राइबर्स का अंतर था. महज दो हफ्तों में ही MrBeat के चैनल पर सब्सक्राइबर्स की संख्या बढ़कर 265 मिलियन पहुंच गई है. MrBeast लगातार सोशल मीडिया पर इस जंग को लेकर पोस्ट कर रहे हैं.
Drone Delivery: ड्रोन का इस्तेमाल अब खेती से लेकर डिलीवरी और युद्ध तक में हो रहा है. हालांकि, शहरों और रिमोट एरिया में ड्रोन डिलीवरी में एक प्रमुख भूमिका निभा सकते हैं. इसकी वजह इनकी पहुंच का आसान होना है. जहां रिमोट एरिया में रास्तों की चुनौती होती है, तो शहरों में ट्राफिक इन रास्ते का रोड़ा होता है. ऐसे में ड्रोन्स कैसे डिलीवरी के क्षेत्र में क्रांति ला रहे हैं.