Vedanta की इस डील के खिलाफ सरकार, कहा- अभी नहीं बेच सकते कंपनी में हिस्सेदारी!
AajTak
एस एंड पी ग्लोबल रेटिंग्स ने अपनी एक रिपोर्ट में कहा था कि वेदांता ग्रुप दो अरब डॉलर जुटा पाने में नाकाम रहता है तो ऐसी स्थिति में कंपनी के कर्ज से जुड़ी रेटिंग दबाव में आ सकती है. इसके बाद समूह ने अपनी जिंक यूनिट बेचने का प्लान बनाया है.
दिग्गज उद्योगपति और वेदांता ग्रुप के चेयरमैन अनिल अग्रवाल (Anil Agarwal) को सरकार की ओर से झटका लगा है. दरअसल, उनके Vedanta Group पर मौजूदा कर्ज को कम करने के लिए बनाई गई योजना पर सरकार ने अड़ंगा लगा दिया है. इसके साथ ही सरकार ने इस डील को लेकर लीगल एक्शन पर विचार किए जाने की बात भी कही है. आइए जानते हैं क्या है पूरा मामला...
हिंदुस्तान जिंक में सरकार की हिस्सेदारी वेदांता ग्रुप के चेयरमैन अनिल अग्रवाल (Vedanta Chairman Anil Agarwal) ने अपने कर्ज को कम करने के लिए अपनी एक यूनिट Hindustan Zinc Ltd.को बेचने का प्लान बनाया है. सरकार ने हिंदुस्तान जिंक की वेदांता रिसोर्सेज की प्रमुख फर्म से करीब 3 अरब डॉलर की इस संपत्ति के अधिग्रहण का विरोध किया है. इसके साथ ही आगाह किया गया है कि ऐसा किया तो सरकार लीगल एक्शन पर विचार कर सकती है. दरअसल, सरकार की हिंदुस्तान जिंक में 30 फीसदी हिस्सेदारी है.
2.98 अरब में पूरी होनी थी डील Vedanta Group अपनी जिस जिंक मैन्युफैक्चरिंग यूनिट को बेचने का प्लान बना रही है, वो THL Zinc Ltd Mauritius है. साल की शुरुआत में यानी जनवरी 2023 में हिंदुस्तान जिंक ने वेदांता की इस यूनिट को 2.98 अरब डॉलर में अधिग्रहित करने पर अपनी सहमति व्यक्त की थी. इसे 18 महीने में चरणबद्ध तरीके से पूरा होना था, लेकिन इसके शुरू होने से पहले ही सरकार की ओर से इस संबंध में सख्त लहजे में विरोध व्यक्त किया गया है.
हिंदुस्तान जिंक के बोर्ड में सरकार के प्रतिनिधियों ने योजना के खिलाफ तर्क दिया है और कहा कि अगर कंपनी आगे बढ़ने का फैसला करती है तो उपलब्ध सभी कानूनी रास्ते तलाशे जाएंगे. इस संबंध में ब्लूमबर्ग की एक रिपोर्ट की मानें तो खनन मंत्रालय ने 17 फरवरी को हिंदुस्तान जिंक को इसे लेकर एक पत्र लिखा और कंपनी से इन एसेट्स खरीदने के लिए दूसरे नकदी रहित तरीकों का पता लगाने को कहा है.
S&P की रिपोर्ट के बाद बनाया था मन गौरतलब है कि लंदन में बस चुके भारतीय मूल के उद्योगपति अनिल अग्रवाल Hindustan Zinc Limited के साथ डील से मिले पैसे का इस्तेमाल कर्ज वेदांता रिसोर्सेज लिमिटेड (Vedanta Resources Ltd) के कर्ज को कम करने में करना चाहते हैं. दरअसल, एस एंड पी ग्लोबल रेटिंग्स ने अपनी एक रिपोर्ट में कहा था कि वेदांता ग्रुप दो अरब डॉलर जुटा पाने में नाकाम रहता है या फिर अपने इंटरनेशनल जिंक एसेट्स को नहीं बेच पाता है, तो ऐसी स्थिति में कंपनी के कर्ज से जुड़ी रेटिंग दबाव में आ सकती है.
जयंत सिन्हा ने बजट 2025 और भारतीय अर्थव्यवस्था पर विशेष सुझाव दिए. उन्होंने भारत की जीडीपी, जनसंख्या और प्रति व्यक्ति आय पर चर्चा की. जयंत सिन्हा ने बताया कि भारत की अर्थव्यवस्था तेजी से बढ़ रही है लेकिन प्रति व्यक्ति आय अभी भी कम है. उन्होंने मैक्रोइकोनॉमिक स्थिरता, राजकोषीय घाटे में कमी और रोजगार सृजन पर जोर दिया.
शेयर बाजार में दो दिनों की यह तेजी के कारण लार्ज, स्मॉल, मिड कैप के शेयर में शानदार तेजी देखी गई है. BSE टॉप 30 शेयरों में से आज 23 शेयर तेजी पर रहे, जबकि 7 शेयर ही गिरावट पर कारोबार कर रहे थे. सबसे ज्यादा उछाल Zomato के शेयर में 6.79 फीसदी की रही. इसके अलावा, टाटा मोटर्स और इंफोसिस जैसे शेयर भी 3 फीसदी तक चढ़े.
4 डे वर्किंग पैटर्न का सपोर्ट करने वालों का मानना है कि 5 डे वर्किंग पैटर्न पुराने समय के लिए ठीक था. तब कर्मचारियों को इतना तनाव भी नहीं उठाना पड़ता था और ना ही वर्कप्लेस तक जाने के लिए लंबी दूरी तय करनी पड़ती थी. अब हफ्ते में सिर्फ 4 दिन काम करने से कर्मचारियों को बड़ा आराम मिलेगा और वे अपने काम में खुश भी नजर आएंगे.
Gold-Silver Price Today: सस्ता हुआ सोना, चांदी की कीमत में भी गिरावट, जानें गोल्ड-सिल्वर का ताजा भाव
इंडिया बुलियन एंड ज्वैलर्स एसोसिएशन (India Bullion And Jewellers Association) के मुताबिक, सोमवार को शाम को 24 कैरेट सोना (Gold Rate) 80397 रुपये प्रति 10 ग्राम था, जो आज, 28 जनवरी, 2025 की सुबह कमी के साथ 80006 रुपये तक आ गया है. इसी तरह शुद्धता के आधार पर सोना-चांदी दोनों ही सस्ते हुए हैं.