UP: AK-47 के साथ पकड़ा गया बदमाश, मुख्तार अंसारी के करीबी के गैंग का है मेंबर
AajTak
शामली पुलिस ने मुख्तार अंसारी के बेहद करीबी और शार्प शूटर संजीव जीवा गैंग के एक बदमाश को खुफिया इनपुट्स के बाद AK-47 और 1300 कारतूस के साथ गिरफ्तार किया है.
गोरखपुर के गोरखनाथ मंदिर के बाहर पुलिसकर्मियों पर हमले का मामला शांत भी नहीं हुआ कि शामली में AK-47 और 1300 कारतूस बरामद हुआ है. शामली पुलिस ने मुख्तार अंसारी के बेहद करीबी और शॉर्प शूटर संजीव जीवा गैंग के एक बदमाश को खुफिया इनपुट्स के बाद गिरफ्तार किया गया है.
संजीव जीवा गैंग के बदमाश के पास से AK-47 और 1300 कारतूस बरामद किया गया है. गैंग का एक मेंबर मेरठ के एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी के डीन की हत्या में शामिल था. AK-47 हथियार बरामदगी के मामले में विदेशी एंगल पर जांच की जा रही है. पता लगाने की कोशिश हो रही है कि हथियार विदेश से तो नहीं पहुंचा था?
क्या है पूरा मामला
थाना भवन थाना क्षेत्र की कादरगढ़ चौकी पर पुलिस ने चेकिंग दौरान अनिल उर्फ पिंटू गांव हडोली निवासी को AK-47 सहित गिरफ्तार किया गया है. उसके दो साथी फरार होने में सफल रहे. पुलिस जांच कर रही है. पुलिस ने हिरासत में लिए गए बदमाश से पूछताछ की है, जिसमें उसने अपना नाम अनिल उर्फ पिंटू बताया है.
कार में सवार तीनों बदमाश मुजफ्फरनगर से कादरगढ़ होते हरियाणा जा रहे थे. मुखबिर की सूचना पर थाना प्रभारी प्रेमवीर सिंह राणा, कदरगढ़ चौकी प्रभारी उपेंद्र सिंह, जलालाबाद पुलिस चौकी प्रभारी, विजय त्यागी ने पुलिस कर्मियों के साथ कादरगढ़ चौकी पर चेकिंग से घेराबंदी की. घेराबंदी दौरान अनिल को गिरफ्तार कर लिया गया.
जबकि उसके दो साथी फरार हो गए. पुलिस ने एके-47, 1300 मैगजीन बरामद की है. बताया जाता है कि जेल में बंद बदमाश अनिल बंजी, गांव सिसौली निवासी एके-47 खरीद वाने में शामिल रहा है. मेरठ में राजवीर सिंह डीन पर हमला करने में भी इन बदमाशों का संबंध रहा है. थाना थाना भवन पर एसपी सुकीर्ति माधव व अन्य पुलिस जांच एजेंसी पहुंची है.
मणिपुर हिंसा को लेकर देश के पूर्व गृहमंत्री पी चिदंबरम खुद अपनी पार्टी में ही घिर गए हैं. उन्होंने मणिपुर हिंसा को लेकर एक ट्वीट किया था. स्थानीय कांग्रेस इकाई के विरोध के चलते उन्हें ट्वीट भी डिलीट करना पड़ा. आइये देखते हैं कि कांग्रेस का केंद्रीय नेतृत्व क्या मणिपुर की हालिया परिस्थितियों को समझ नहीं पा रहा है?
महाराष्ट्र में तमाम सियासत के बीच जनता ने अपना फैसला ईवीएम मशीन में कैद कर दिया है. कौन महाराष्ट्र का नया मुख्यमंत्री होगा इसका फैसला जल्द होगा. लेकिन गुरुवार की वोटिंग को लेकर सबसे ज्यादा चर्चा जनता के बीच चुनाव को लेकर उत्साह की है. जहां वोंटिग प्रतिशत में कई साल के रिकॉर्ड टूट गए. अब ये शिंदे सरकार का समर्थन है या फिर सरकार के खिलाफ नाराजगी.