UP: 2017 में जिस समीकरण से 15 साल बाद सत्ता में लौटी थी BJP, उसी को साधने में जुटे मोदी-शाह
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह सहित केंद्रीय नेतृत्व दोबारा से 2017 वाले फॉर्मूले को फिर से जमीन पर उतारने के लिए सक्रिय हो गए हैं. हालांकि, यह समीकरण इस बार बीजेपी के लिए सियासी तौर पर कितना फायदा दिलाएगा यह तो 2022 के चुनावी नतीजे के बाद ही पता चलेगा?
उत्तर प्रदेश में अगले साल शुरुआत में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए बीजेपी सक्रिय हो गई है. बीजेपी 2017 के चुनाव में जिस समीकरण के दम पर 15 साल सियासी वनवास को खत्म सत्ता में लौटी थी. वो पिछले सवा चार साल में बिखर गया है. ऐसे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह सहित केंद्रीय नेतृत्व दोबारा से उसे पुराने फॉर्मूले को फिर से जमीन पर उतारने के लिए सक्रिय हो गए हैं. हालांकि, यह समीकरण इस बार बीजेपी के लिए सियासी तौर पर कितना फायदा दिलाएगा यह तो 2022 के चुनावी नतीजे के बाद भी पता चलेगा? दिल्ली से लखनऊ तक बैक-टू-बैक बैठकमणिपुर हिंसा को लेकर देश के पूर्व गृहमंत्री पी चिदंबरम खुद अपनी पार्टी में ही घिर गए हैं. उन्होंने मणिपुर हिंसा को लेकर एक ट्वीट किया था. स्थानीय कांग्रेस इकाई के विरोध के चलते उन्हें ट्वीट भी डिलीट करना पड़ा. आइये देखते हैं कि कांग्रेस का केंद्रीय नेतृत्व क्या मणिपुर की हालिया परिस्थितियों को समझ नहीं पा रहा है?
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