UP के हरदोई में दावत के लिए बुलाकर की दोस्त की हत्या! कुएं में मिली टीचर की सड़ी-गली लाश
AajTak
मृतक के परिजनों का आरोप है कि सर्वेश अपने दोस्त दिनेश और सुरेन्द्र के साथ वीरपुर थाना इलाके के माल लखनऊ दावत खाने गया था. इसके बाद वह वापस नहीं लौटा. दोस्तों से पूछताछ की गई, लेकिन उन्होंने कुछ साफ नहीं बताया. इसके बाद पुलिस थाने में अपहरण की शिकायत दर्ज कराई गई. खोजबीन करने पर लखनऊ के नजदीक कुएं से उसकी लाश बरामद हुई.
उत्तर प्रदेश के हरदोई जिले के युवा टीचर की लाश राजधानी लखनऊ के नजदीक एक कुएं से बरामद की गई है. टीचर को उसके दोस्तों ने 6 दिन पहले दावत के लिए बुलाया था. इसके बाद से ही वह गायब था. पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है.
पुलिस के मुताबिक लाश को लखनऊ के थाना माल के ग्राम रायपुर में एक बाग के कुएं से बरामद किया गया है. टीचर के परिजनों ने उसके दोस्तों पर दावत खिलाने के बहाने उसका अपहरण करके हत्या करने का आरोप लगाया है.
पुलिस दोनों दोस्तों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है. पुलिस को शक है कि आशनाई (प्यार-मोहब्बत) के किसी मामले को लेकर टीचर के दोस्तों ने उसकी हत्या की है.
पुलिस के मुताबिक हरदोई के अतरौली थानाक्षेत्र के पिपरी नारायणपुर में रहने वाला सर्वेश 3 अगस्त को अपने दोस्त दिनेश और सुरेन्द्र के साथ वीरपुर थाना इलाके के माल लखनऊ दावत खाने घर में बताकर गया था.
घर वापस न लौटने पर उसके परिवार वालों ने उसकी खोजबीन शुरू की. सर्वेश के दोस्तों से भी पूछताछ की गई, लेकिन कोई जवाब नहीं मिला. इसके बाद सर्वेश के पिता सत्तीदीन ने पुलिस में दोनों दोस्तों के खिलाफ अपहरण का मामला दर्ज कराया.
मणिपुर हिंसा को लेकर देश के पूर्व गृहमंत्री पी चिदंबरम खुद अपनी पार्टी में ही घिर गए हैं. उन्होंने मणिपुर हिंसा को लेकर एक ट्वीट किया था. स्थानीय कांग्रेस इकाई के विरोध के चलते उन्हें ट्वीट भी डिलीट करना पड़ा. आइये देखते हैं कि कांग्रेस का केंद्रीय नेतृत्व क्या मणिपुर की हालिया परिस्थितियों को समझ नहीं पा रहा है?
महाराष्ट्र में तमाम सियासत के बीच जनता ने अपना फैसला ईवीएम मशीन में कैद कर दिया है. कौन महाराष्ट्र का नया मुख्यमंत्री होगा इसका फैसला जल्द होगा. लेकिन गुरुवार की वोटिंग को लेकर सबसे ज्यादा चर्चा जनता के बीच चुनाव को लेकर उत्साह की है. जहां वोंटिग प्रतिशत में कई साल के रिकॉर्ड टूट गए. अब ये शिंदे सरकार का समर्थन है या फिर सरकार के खिलाफ नाराजगी.