
Sunita Williams को Nasa देगा ओवरटाइम? लेकिन सिर्फ 347 रुपये रोजाना... जानिए अंतरिक्ष यात्रियों की सैलरी
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Sunita Williams और Butch Wilmore की करीब 9 महीने बाद घर वापसी हो रही है. उन्हें दुनिया के सबसे अमीर इंसान एलन मस्क की कंपनी SpaceX और नासा के क्रू-10 मिशन के जरिए वापस लाया जा रहा है.
अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा (NASA) ने बीते साल जून महीने में सुनीता विलियम्स (Sunita Williams) और बुच विल्मोर (Butch Wilmore) को बोइंग स्टारलाइनर स्पेसक्राफ्ट के जरिए महज 8 दिन के मिशन पर अंतरिक्ष स्टेशन पर भेजा था, लेकिन दोनों को वहां फंसे हुए करीब 9 महीने से ज्यादा हो चुके हैं. हालांकि, अब इनकी घर वापसी पक्की हो गई है और आज (18 मार्च) शाम सुनीता और बुच धरती पर लौटेंगे. इस बीच सवाल उठता है कि क्या आठ दिन के मिशन में 9 महीने बीत जाने पर नासा की ओर से दोनों अंतरिक्ष यात्रियों को ओवरटाइम दिया जाएगा? आइए जानते हैं क्या कहता है नासा का सैलरी स्ट्रक्चर...
NASA नहीं देता कोई ओवरटाइम आमतौर पर किसी कंपनी में काम करने वाले कर्मचारियों को अतिरिक्त काम करने के लिए ओवरटाइम का लाभ दिया जाता है. लेकिन क्या अंतरिक्ष यात्रियों पर भी ये लागू होता है? दरअसल, ये सवाल इसलिए उठ रहा है कि 8 दिन के मिशन पर गए अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर करीब 9 महीने से ज्यादा समय बाद धरती पर लौट रहे हैं. तो बता दें कि नासा के सैलरी स्ट्रक्चर के मुताबिक, Nasa वेतन के मामले में ISS भेजे गए एस्ट्रोनॉट्स को अंतरिक्ष में किसी भी कारण से अतिरिक्त समय बिताने के लिए कोई ओवरटाइम नहीं देता है.
सिर्फ 4 डॉलर का अतिरिक्त मुआवजा Nasa के अंतरिक्ष यात्री सैलरीड फेडरल एंप्लॉई हैं और ये GS-15 सैलरी ग्रेड के अंतर्गत नोटिफाई हैं, जिन्हें सालाना 125,133 डॉलर से लेकर 162,672 डॉलर तक मिलते हैं और इन्हें इंडियन करेंसी में कन्वर्ट करें, तो इस ग्रेड के तहत आने वाले अंतरिक्ष यात्रियों का सालाना वेतन 1.08 करोड़ रुपये से लेकर 1.41 करोड़ रुपये तक होता है. यहां बता दें कि हाई रिस्क, बिजी शेड्यूल और लंबे समय तक एकांतवास का सामना करने के बावजूद नासा के सैलरी स्ट्रक्चर में इसके लिए कोई ओवरटाइम का प्रावधान नहीं है. भले ही अंतरिक्ष यात्री महीनों तक ग्रह की परिक्रमा करते रहें.
रिपोर्ट्स की मानें तो सबसे पॉपुलर एस्ट्रोनॉट्स की लिस्ट में शामिल सुनीता विलियम्स की संपत्ति (Sunita Williams Networth) करीब 5 मिलियन डॉलर है, जो कि इंडियन करेंसी में लगभग 43 करोड़ रुपये से ज्यादा होती है.
अंतरिक्ष यात्रियों को मिशन के दौरान मिलने वाली सुविधाओं में सभी आवश्यक खर्च जैसे भोजन, आवास और परिवहन कवर किए जाते हैं और ये न केवल अंतरिक्ष में जाने पर, बल्कि धरती पर ट्रेनिंग के दौरान भी दिए जाते हैं. अगर किसी तरह के अतिरिक्त मुआवजे की बात करें, तो ये एकमात्र आकस्मिक व्यय के लिए दिया जाता है, जो सिर्फ 4 डॉलर प्रतिदिन का होता है. यानी करीब 347 रुपये प्रतिदिन का, इसे सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर के अंतरिक्ष में बिताए गए करीब 300 दिनों के हिसाब से कैलकुलेट करें, तो ये 1,04,100 रुपये होते हैं. हालांकि, नासा साफ कहता है कि ये यह राशि व्यक्तिगत खर्चों के लिए होती है और इसे ओवरटाइम सैलरी नहीं कहा जाता है.