
Russia-Ukraine War: रूस-यूक्रेन के प्राइवेट लड़ाके चेचेन और आजोव में ज्यादा खूंखार कौन?
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यूक्रेन के बूचा की शहर हर जगह चर्चा है. राष्ट्रपति जेलेंस्की घूम-घूम कर इसे रूसी राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन का वॉर क्राइम बता रहे हैं, लेकिन क्या जेलेंस्की पाक साफ हैं. दूध के धुले हैं. इसका जवाब है बिलकुल नहीं. क्योंकि वो अपनी एक प्राइवेट आर्मी के जरिए यूक्रेन में रूस समर्थकों पर जुल्म ढहाते हैं सवाल ये है कि जेलेंस्की की तरफ से इस तरह की बर्बरता करने वाला ये सैनिक किस संगठन का हिस्सा है? यूक्रेन को जवाब देने के लिए रूस के पास भी प्राइवेट आर्मी है. जिसके जवान यूक्रेन में रूस के लिए जी जान से जुटे हैं. उसे करारा जवाब दे रहे हैं. यूक्रेन की इस प्राइवेट आर्मी का नाम है आजोव ब्रिगेड. जिसका काम यूक्रेन में रूस समर्थकों का काम तमाम करना है, उन्हें ऐसी सजा देना है कि किसी की भी रूह कांप जाए.

यूक्रेन के पड़ोसी पोलैंड के प्रधानमंत्री डोनाल्ड टस्क ने कहा यूक्रेन के साथ यूरोपीय देशों की सेना में 2.6 मिलियन सैनिक हैं, जबकि अमेरिका के पास 1.3 मिलियन, चीन के पास 2 मिलियन और रूस के पास 1.1 मिलियन सैनिक हैं. यूरोप अगर गिनना जानता है तो उसे खुद पर भरोसा करना चाहिए. उन्होंने कहा कि यूरोप वर्तमान में

बांग्लादेश के मुख्य चुनाव आयुक्त नासिर उद्दीन ने इशारों-इशारों में कहा कि कोई भी चुनाव में धांधली कर भले ही जीत जाए, लेकिन इतिहास बताता है कि ऐसी जीत ज्यादा समय तक टिकती नहीं है. यह टिप्पणी उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना के संदर्भ में की, जो लगातार चार बार चुनाव जीतने के बाद अगस्त 2024 में जनविरोध प्रदर्शनों के चलते सत्ता से बेदखल हो गई थीं.

मौजूदा ग्लोबल समीकरणों और बढ़ते जियो-पॉलिटिकल तनावों के चलते पाकिस्तान का सैन्य नेतृत्व अब ब्रिटेन के साथ संबंधों को मजबूत करने की कोशिश कर रहा है. रिपोर्ट के अनुसार, जैसे-जैसे पाकिस्तान बीजिंग के साथ अपने संबंधों को और गहरा कर रहा है, उसके पारंपरिक संबंध, खासकर संयुक्त राज्य अमेरिका और अन्य पश्चिमी देशों के साथ तनावपूर्ण होते दिख रहे हैं.

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जखारोवा ने कहा कि जेलेंस्की 'युद्ध को लंबा खींचने की सनक से ग्रस्त' हैं और मॉस्को के लक्ष्य अब भी 'यूक्रेन का विसैन्यीकरण (demilitarization) और रूस द्वारा कब्जा किए गए सभी क्षेत्रों का आधिकारिक अधिग्रहण' बने हुए हैं. उन्होंने यह भी दावा किया कि, 'वॉशिंगटन में जेलेंस्की के असभ्य और अशोभनीय व्यवहार ने यह साबित कर दिया कि वह वैश्विक समुदाय के लिए सबसे बड़ा खतरा हैं, क्योंकि वह एक बड़ी जंग के गैर-जिम्मेदार उकसाने वाले हैं.'