PM Modi Europe Visit: तीन देश, 25 मीटिंग्स, 8 वर्ल्ड लीडर्स से मुलाकात... पीएम मोदी के यूरोप दौरे में क्या कुछ है खास?
AajTak
PM Modi Europe Visit: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का यूरोप दौरा शुरू हो गया है. इसके लिए वह जर्मनी पहुंच चुके हैं. वह डेनमार्क और फ्रांस भी जाएंगे. दौरे के दौरान पीएम मोदी के कई कार्यक्रम हैं.
PM Modi Europe Visit: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रूस-यूक्रेन युद्ध के बीच तीन दिन (2 मई से 4 मई) के यूरोप के अहम दौरे पर हैं. इसके लिए वह सबसे पहले जर्मनी पहुंच गए हैं. इसके बाद वह डेनमार्क और फ्रांस भी जाएंगे. यूरोप के तीन देशों के दौरे के दौरान पीएम मोदी कुल 65 घंटों में 25 मीटिंग्स में शामिल होंगे. इस दौरान वह 8 वैश्विक नेताओं से भी मिलेंगे.
बता दें कि साल 2022 का यह पीएम मोदी का पहला विदेश दौरा है. अपने तीन दिन के इस दौरे में पीएम मोदी भारतीय प्रवासियों और व्यापारियों से भी मिलेंगे. पीएम मोदी एक-एक रात जर्मनी और डेनमार्क में रुकेंगे. इसके बाद फ्रांस जाकर फिर से राष्ट्रपति पद का चुनाव जीते इमैनुएल मैक्रों (Emanuel Macron) से मिलेंगे.
पीएम मोदी का यूरोप दौरा बेहद खास है. क्योंकि यूरोप के ज्यादातर देश यूक्रेन के खिलाफ जंग में रूस का विरोध कर रहे हैं. इन देशों ने रूस पर कई प्रतिबंध भी लगाए हैं. दूसरी तरफ भारत ने अबतक न्यूट्रल रुख अपनाया हुआ है. हालांकि, भारत ने रूस और यूक्रेन दोनों के राष्ट्रपति से बात करके इसे बातचीत से हल करने की गुजारिश जरूर की है.
तीन देशों की यात्रा का एजेंडा क्या?
विदेश दौरे पर पीएम मोदी जर्मनी के चांसलर ओलाफ स्कोल्ज़ (Olaf Scholz), डेनमार्क की पीएम मेटे फ्रेडरिकसेन (Mette Frederiksen) और फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों (Emmanuel Macron) से मिलेंगे.
क्या इजरायल के निशाने पर पाकिस्तान है? क्या पाकिस्तान के एटमी हथियारों को इजरायल तबाह करने का प्लान बना रहा है? क्या पाकिस्तान पर अमेरिकी बैन के पीछे इजरायल है? हमारा पड़ोसी देश भारत के अलावा अब इजरायल के खौफ में जीने को मजबूर है. पाकिस्तान को लग रहा है कि ईरान में सरकार बदलने के बाद पाकिस्तान के परमाणु हथियारों को निशाना बनाया जाएगा. देखें वीडियो.
क्या इजरायल के निशाने पर पाकिस्तान है. क्या पाकिस्तान के एटमी हथियारों को इजरायल तबाह करने का प्लान बना रहा है. क्या पाकिस्तान पर अमेरिकी बैन के पीछे इजरायल है? हमारा पड़ोसी देश भारत के अलावा अब इजरायल के खौफ में जीने को मजबूर है. पाकिस्तान को ऐसा क्यों लग रहा है कि पाकिस्तान के परमाणु हथियारों को निशाना बनाया जाएगा? देखें.
हिंसक प्रदर्शनों के बीच अगस्त में शेख हसीना की सरकार गिर गई, और उन्होंने भारत में शरण ली. फिलहाल बांग्लादेश में मोहम्मद यूनुस सरकार है, जो देश पर हसीना को लौटाने का दबाव बना रही है. हाल में एक बार फिर वहां के विदेश मंत्रालय ने राजनयिक नोट भेजते हुए पूर्व पीएम की वापसी की मांग की. भारत के पास अब क्या विकल्प हैं?