
'बलूचिस्तान ट्रेन हमले में मारे गए 31 बंधकों में से 18 सैनिक', पाकिस्तानी सेना ने बताया
AajTak
बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी (BLA) के आतंकवादियों ने मंगलवार को बलूचिस्तान के बोलन इलाके में 400 से ज्यादा यात्रियों को ले जा रही जाफर एक्सप्रेस पर घात लगाकर हमला किया और यात्रियों को बंधक बना लिया था.
पाकिस्तान (Pakistan) के सैन्य प्रवक्ता ने शुक्रवार, 14 मार्च को कहा कि बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी के आतंकवादियों द्वारा ट्रेन अपहरण में मरने वालों की संख्या बढ़कर 31 हो गई है. रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक, चौधरी ने कहा कि हताहतों में 18 सैनिक, तीन रेलवे कर्मचारी और पांच नागरिक शामिल हैं, जिन्हें विद्रोहियों ने 24 घंटे से अधिक समय तक बंधक बनाए रखा. बता दें कि इससे पहले सेना का बयान आया था कि कुल 26 लोग मारे गए थे.
बलूचिस्तान के मुख्यमंत्री सरफराज बुगती के साथ एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान इंटर-सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस (ISPR) के महानिदेशक लेफ्टिनेंट जनरल अहमद शरीफ चौधरी ने कहा कि सेना के ऑपरेशन की शुरुआत से पहले आतंकवादियों ने 26 बंधकों को मार डाला था. उन्होंने कहा कि बचाव अभियान के दौरान पांच अन्य सैनिकों की जान चली गई. जनरल ने कहा कि कुल 354 बंधकों को बचाया गया.
उन्होंने यह भी कहा कि ऑपरेशन के दौरान फ्रंटियर कोर के पांच अर्धसैनिक बल के जवान मारे गए, जिनमें फ्रंटियर कोर के चार जवान भी शामिल हैं.
BLA ने जाफर एक्सप्रेस को किया था हाईजैक
बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी (BLA) के आतंकवादियों ने मंगलवार को बलूचिस्तान के बोलन इलाके में 400 से ज्यादा यात्रियों को ले जा रही जाफर एक्सप्रेस पर घात लगाकर हमला किया और यात्रियों को बंधक बना लिया, जिसके बाद सुरक्षा बलों ने अभियान शुरू किया जो अगले दिन शाम तक चला.

पाकिस्तान के पीएम शहबाज शरीफ ने गुरुवार को बलूचिस्तान के दौरे पर पहुंचे हैं, जहां उन्होंने कानून-व्यवस्था की स्थिति की समीक्षा की. पाकिस्तानी सेना का दावा है कि उसने रेस्क्यू ऑपरेशन पूरा कर लिया है तो दूसरी ओर बलूच लिबरेशन आर्मी (BLA) का कहना है कि ISPR द्वारा किए गए दावे झूठे हैं और पाक हार को छिपाने की नाकाम कोशिश कर रहा है.

पाकिस्तान द्वारा बलूचिस्तान पर जबरन कब्जे के बाद से बलूच लोग आंदोलन कर रहे हैं. पाकिस्तानी सेना ने पांच बड़े सैन्य अभियान चलाए, लेकिन बलूच लोगों का हौसला नहीं टूटा. बलूच नेता का कहना है कि यह दो देशों का मामला है, पाकिस्तान का आंतरिक मुद्दा नहीं. महिलाओं और युवाओं पर पाकिस्तानी सेना के अत्याचार से आजादी की मांग तेज हुई है. देखें.