
'PM मोदी ने मुझे सही साबित कर दिया', अब क्या बोले PAK विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो
AajTak
पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल जरदारी भुट्टो ने एक साक्षात्कार के दौरान एक बार फिर भारत के खिलाफ जहर उगलते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पार्टी भारत के मुसलमानों पर अत्याचार कर रही है. इससे पहले भी पाकिस्तानी मंत्री ने प्रधानमंत्री मोदी पर अपमानजनक टिप्पणी की थी. जिसके बाद भारत ने कड़ी प्रतिक्रिया दी थी.
पाकिस्तान के विदेश मंत्री बिलावल जरदारी भुट्टो ने एक बार फिर भारत के खिलाफ जहर उगला है. जरदारी ने एक इंटरव्यू के दौरान आरोप लगाया कि भारत में मुसलमानों को नरेंद्र मोदी की पार्टी द्वारा प्रताड़ित किया जा रहा है. जरदारी ने कहा कि भारत सरकार गुजरात के मुसलमानों पर बहुत ज्यादा अत्याचार कर रही है.
बिलावल भुट्टो जरदारी ने कहा कि भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन्हें सही साबित किया है क्योंकि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेताओं ने उनके सिर पर इनाम की घोषणा की है. पाकिस्तान के विदेश मंत्री ने ये बातें वॉशिंगटन डीसी में ब्लूमबर्ग टेलीविजन के साथ एक साक्षात्कार के दौरान कही हैं.
पाकिस्तान के विदेश मंत्री ने इससे पहले भी भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निजी हमले किए थे. संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर की फटकार से बौखलाए पाकिस्तान के विदेश मंत्री ने एक प्रेस वार्ता में प्रधानमंत्री मोदी पर अपमानजनक टिप्पणी करते हुए उन्हें 'गुजरात का कसाई' बताया था. बिलावल भुट्टो ने विवादित बयान में कहा था कि ओसामा बिन लादेन की तो मौत हो चुकी है लेकिन 'गुजरात का कसाई' अभी जिंदा है और भारत का प्रधानमंत्री है.
बिलावल भुट्टो के इस बयान पर भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने रविवार को प्रतिक्रिया देते हुए कहा था कि पाकिस्तानियों से भारत की उम्मीदें कभी भी ज्यादा नहीं रही हैं. जयशंकर ने एक कॉन्क्लेव के दौरान कहा था कि हमारे मंत्रालय ने स्पष्ट रूप से बता दिया है कि हम उनके विदेश मंत्री के बारे में क्या सोचते हैं.
भारतीय विदेश मंत्रालय ने दी थी कड़ी प्रतिक्रिया
पीएम मोदी पर बिलावल की ओर से की गई अभद्र टिप्पणी पर विदेश मंत्रालय ने कड़ी प्रतिक्रिया दी थी. भारतीय विदेश मंत्रालय ने बयान जारी करते हुए बिलावल के इस बयान को असभ्य करार दिया था. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए कहा था कि इससे पता चलता है कि भारत के खिलाफ जहर उगलने में पाकिस्तान कितने निचले स्तर तक जा सकता है.

यूक्रेन के पड़ोसी पोलैंड के प्रधानमंत्री डोनाल्ड टस्क ने कहा यूक्रेन के साथ यूरोपीय देशों की सेना में 2.6 मिलियन सैनिक हैं, जबकि अमेरिका के पास 1.3 मिलियन, चीन के पास 2 मिलियन और रूस के पास 1.1 मिलियन सैनिक हैं. यूरोप अगर गिनना जानता है तो उसे खुद पर भरोसा करना चाहिए. उन्होंने कहा कि यूरोप वर्तमान में

बांग्लादेश के मुख्य चुनाव आयुक्त नासिर उद्दीन ने इशारों-इशारों में कहा कि कोई भी चुनाव में धांधली कर भले ही जीत जाए, लेकिन इतिहास बताता है कि ऐसी जीत ज्यादा समय तक टिकती नहीं है. यह टिप्पणी उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना के संदर्भ में की, जो लगातार चार बार चुनाव जीतने के बाद अगस्त 2024 में जनविरोध प्रदर्शनों के चलते सत्ता से बेदखल हो गई थीं.

मौजूदा ग्लोबल समीकरणों और बढ़ते जियो-पॉलिटिकल तनावों के चलते पाकिस्तान का सैन्य नेतृत्व अब ब्रिटेन के साथ संबंधों को मजबूत करने की कोशिश कर रहा है. रिपोर्ट के अनुसार, जैसे-जैसे पाकिस्तान बीजिंग के साथ अपने संबंधों को और गहरा कर रहा है, उसके पारंपरिक संबंध, खासकर संयुक्त राज्य अमेरिका और अन्य पश्चिमी देशों के साथ तनावपूर्ण होते दिख रहे हैं.

अमेरिका के न्यू जर्सी में एक फेडेक्स कार्गो विमान के इंजन में पक्षी टकराने से आग लग गई. विमान की इमरजेंसी लैंडिंग कराई गई. घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है. वीडियो में उड़ान के दौरान विमान के इंजन से निकलती आग की लपटें साफ दिखाई दे रही हैं. हालांकि, इस हादसे में किसी के हताहत होने की खबर नहीं है. देखें...

जखारोवा ने कहा कि जेलेंस्की 'युद्ध को लंबा खींचने की सनक से ग्रस्त' हैं और मॉस्को के लक्ष्य अब भी 'यूक्रेन का विसैन्यीकरण (demilitarization) और रूस द्वारा कब्जा किए गए सभी क्षेत्रों का आधिकारिक अधिग्रहण' बने हुए हैं. उन्होंने यह भी दावा किया कि, 'वॉशिंगटन में जेलेंस्की के असभ्य और अशोभनीय व्यवहार ने यह साबित कर दिया कि वह वैश्विक समुदाय के लिए सबसे बड़ा खतरा हैं, क्योंकि वह एक बड़ी जंग के गैर-जिम्मेदार उकसाने वाले हैं.'

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की के बीच व्हाइट हाउस में हुई मुलाकात तीखी बहस में बदल गई. ट्रंप ने जेलेंस्की को फटकार लगाई और कहा कि यूक्रेन के पास कोई विकल्प नहीं है. जेलेंस्की ने रूस के साथ समझौते से इनकार किया, जिससे ट्रंप नाराज हो गए. इस घटना से अमेरिका-यूक्रेन संबंधों पर असर पड़ने की आशंका है. देखें Video.