PM मोदी के दौरे के बाद US को भारत का तोहफा, वॉशिंगटन एप्पल सहित 8 प्रोडक्ट से हटाई 20% कस्टम ड्यूटी
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प्रधानमंत्री मोदी के अमेरिका दौरे के बाद भारत ने us को तोहफा देते हुए 8 अमेरिकी प्रोडक्ट से 20 फीसदी कस्टम ड्यूटी हटा दी है. पहले जहां अमेरिकी सेबों पर 70 फीसदी ड्यूटी लगती थी तो वहीं ताजा कटौती के बाद यह घटकर 50 फीसदी हो जाएगी.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हाल ही में अमेरिका के पांच दिवसीय दौरे से लौटे हैं. अपनी विजिट में उन्होंने एक तरफ बड़े उद्योगपतियों और भारतीय समुदाय के लोगों से मुलाकात की तो वहीं दूसरी तरफ अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने PM मोदी के सम्मान में रात्रिभोज का आयोजन किया. अब उनके दौरे का असर भारत और अमेरिका के रिश्तों पर भी नजर आने लगा है.
पीएम मोदी की विजिट के बाद भारत ने अमेरिका के प्रसिद्ध वॉशिंगटन सेब (Washington Apple) समेत 8 प्रोडक्ट से 20% कस्टम ड्यूटी हटाने का फैसला लिया है. सरकार को उम्मीद है कि इस फैसले के बाद अमेरिका के बाजार में भारत के स्टील और एल्युमीनियम एक्सपोर्ट की पहुंच आसान हो जाएगी.
सरकार के इस फैसले पर घरेलू सेब उत्पादकों ने चिंता जतानी शुरू कर दी है. इसके जवाब में सरकार ने कहा है कि फैसले से घरेलू उत्पादकों पर कोई नकारात्मक असर नहीं पड़ेगा. बल्कि, इससे प्रीमियम बाजार में प्रतिस्पर्धा बढ़ेगी, जिसका फायदा ग्राहकों को मिलेगा. उन्हें कम दामों पर अच्छी क्वालिटी के सेब मिल सकेंगे. सरकार का कहना है कि कस्टम ड्यूटी सिर्फ प्रीमियम क्वालिटी के सेब पर ही कम की जाएगी.
भारत ने क्यों बढ़ाई थी इंपोर्ट ड्यूटी?
बता दें कि भारत सरकार ने साल 2019 में वॉशिंगटन एप्पल पर 20% अतिरिक्त ड्यूटी लगाई थी. ऐसा इसलिए किया गया था, क्योंकि तब अमेरिका ने भारत से एक्सपोर्ट होने वाले स्टील और एल्यूमीनियम के प्रोडक्ट पर टैरिफ बढ़ा दिया था. चार साल पहले अमेरिकी सेब पर भारत में लगाई गई 20% इंपोर्ट ड्यूटी के बाद उसका इंपोर्ट भारत में घटता ही जा रहा है. अगर 2018-19 की बात की जाए तो इस साल भारत में 1.27 लाख टन वॉशिंटन एप्पल का इंपोर्ट किया गया था. इसकी कीमत करीब 14.5 करोड़ अमेरिकी डॉलर थी. वहीं, 2022-23 में यह आयात घटकर महज 4.4 हजार टन रह गया था.
दूसरे देशों ने उठाया था फायदा
इंटरनेशनल क्रिमिनल कोर्ट ने गुरुवार को युद्ध और मानवता के खिलाफ अपराधों को लेकर इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू और पूर्व रक्षा मंत्री योव गैलेंट के लिए गिरफ्तारी वारंट जारी किया. आईसीसी ने नेतन्याहू और गैलेंट पर मानवता के खिलाफ अपराधों का आरोप लगाया, जिसमें हत्या, उत्पीड़न और अमानवीय कृत्यों की बात कही गई.