'PM मोदी की गारंटी, युवाओं के लिए खतरे की घंटी...', राहुल गांधी का केंद्र पर हमला
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कांग्रेस नेता ने केंद्र पर हमला करते हुए कहा कि कहां गया हर साल 2 करोड़ नौकरियों का वादा? कहां गया रेलवे का निजीकरण न करने का भरोसा? उन्होंने कहा कि एक बात बिल्कुल साफ है, मोदी की गारंटी, युवाओं के लिए खतरे की घंटी है. हमें युवाओं के हक़, उनके साथ न्याय के लिए आवाज़ उठानी ही होगी.
कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने केंद्र सरकार पर हमला बोला. उन्होंने कहा कि जब देश का हर तीसरा युवा बेरोज़गारी का शिकार है, तब प्रधानमंत्री ने एक बार फिर उनके साथ बड़ा धोखा किया है. इस बार धोखा आम परिवार से आने वाले, 18-18 घंटे मेहनत करने वाले उन छात्रों के साथ हुआ है, जो छोटे-छोटे किराए के कमरों में रह कर बड़े सपने देखते हैं.
राहुल गांधी ने कहा कि जहां रेलवे में लाखों पद खाली हैं, वहां 5 वर्षों के इंतजार के बाद मात्र 5696 पदों की भर्ती, प्रतियोगी छात्रों के साथ अन्याय है. उन्होंने सवाल उठाते हुए कहा कि रेलवे में भर्तियों को कम करने की नीति आखिर किसके फायदे के लिए बनाई जा रही है?
कांग्रेस नेता ने केंद्र पर हमला करते हुए कहा कि कहां गया हर साल 2 करोड़ नौकरियों का वादा? कहां गया रेलवे का निजीकरण न करने का भरोसा? उन्होंने कहा कि एक बात बिल्कुल साफ है, मोदी की गारंटी, युवाओं के लिए खतरे की घंटी है. हमें युवाओं के हक़, उनके साथ न्याय के लिए आवाज़ उठानी ही होगी.
बता दें कि राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा अरुणाचल प्रदेश पहुंच गई है. इस दौरान राहुल गांधी ने कहा कि मणिपुर की हिंसा आरएसएस और बीजेपी की विचारधारा का नतीजा है. नॉर्थ ईस्ट भी भारत के अन्य राज्यों की तरह ही महत्वपूर्ण है, ये संदेश हम आपको देना चाहते हैं. भाजपा की विचारधारा को लगता है कि भारत को दिल्ली से चलना चाहिए. उनका मानना है कि देश में हर जगह हिंदी भाषा होनी चाहिए, लेकिन मेरा मानना है कि आपकी भाषा भी हिंदी जितनी ही महत्वपूर्ण है.
वहीं, कांग्रेस नेता अजय माकन ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि राहुल गांधी की न्याय यात्रा से बीजेपी बौखला गई है. उन्होंने कहा कि असम के लखीमपुर में कांग्रेस के होर्डिंग्स और वाहनों में तोड़फोड़ की गई. बीजेपी के प्रति अपनी वफादारी दिखाने के लिए इस तरह के हमले हो रहे हैं. मैं बीजेपी, असम के सीएम से कहना चाहता हूं कि ऐसी हरकतें न करें. हमने एफआईआर दर्ज करवा दी है. यह सुनिश्चित करना सत्तारूढ़ सरकार का कर्तव्य है कि कानून-व्यवस्था की कोई समस्या न हो. जेपी नड्डा के जुलूस को इस रास्ते से शांतिपूर्वक गुजरने दिया गया, लेकिन राहुल गांधी की न्याय यात्रा क्यों शांति से नहीं गुजर सकती.
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