
New York subway shooting: न्यूयॉर्क मेट्रो स्टेशन पर अंधाधुंध फायरिंग करने वाला गिरफ्तार, पुलिस को सोशल मीडिया से मिली मदद
AajTak
New York subway shooting: 12 अप्रैल को न्यूयॉर्क Brooklyn सबवे स्टेशन पर फायरिंग हुई थी. 16 से ज्यादा लोग घायल हुए थे. 5 लोगों को गोली लगी थी, जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था, उनकी हालत में सुधार है. बाकी लोग भगदड़ की वजह से घायल हो गए थे.
अमेरिका के न्यूयॉर्क शहर के मेट्रो स्टेशन पर अंधाधुंध फायरिंग कर 16 से ज्यादा लोगों को घायल करने वाले आरोपी गिरफ्तार कर लिया गया है. पकड़े गए 62 साल के आरोपी का नाम फ्रैंक जेम्स (Frank James) है. जेम्स को मैनहट्टन के पूर्वी गांव से तब पकड़ा गया, जब कुछ लोगों ने उसकी तस्वीरें सोशल मीडिया पर पोस्ट कर दी थी. पुलिस ने घटना को आतंकवाद से जोड़ने से इनकार कर दिया है. आरोपी को गिरफ्तार करने के लिए अमेरिका की स्थानीय और केंद्रीय पुलिस दोनों ही लगातार सर्च ऑपरेशन चला रही थीं.
बता दें कि 12 अप्रैल को न्यूयॉर्क Brooklyn सबवे स्टेशन पर फायरिंग की घटना सामने आई थी. फायरिंग में 16 से ज्यादा लोग घायल हो गए थे. 5 लोगों को गोली लगी थी, जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था, उनकी हालत में सुधार है. वहीं 13 लोग ऐसे थे, जो फायरिंग के बाद हुई भगदड़ की वजह से घायल हो गए थे.
न्यूयॉर्क पुलिस के मुताबिक शूटिंग में इस्तेमाल की गई हैंडगन 3 मैगजीन के साथ मौका ए-वारदात से पहले ही बरामद कर ली गई थी. घटनास्थल से पुलिस ने ईंधन भरा एक कंटेनर भी बरामद किया था. The New York times ने अपनी रिपोर्ट में बताया था कि आरोपी मेट्रो स्टेशन में कंस्ट्रक्शन वर्कर के कपड़ों में आया था. वहीं उसने गैस मास्क भी पहन रखा था. जांच एजेंसियों ने हमलावर का हुलिया जारी किया था. इसमें बताया गया था कि आरोपी का कद पांच फिट पांच इंच है. इसके बाद कई लोगों ने सोशल मीडिया पर उसकी फोटो पोस्ट की थी. बाद में फोटो के जरिए पुलिस जानकारी जुटाकर आरोपी तक पहुंच गई.
पुलिस ने आरोपी के ऊपर रखा था इनाम
पुलिस ने हमलावर पर 50 हजार डॉलर यानी करीब 38 लाख रुपये के इनाम का ऐलान कर दिया था. पुलिस ने पब्लिक नोटिस जारी कर कहा था कि अगर कोई इस हमालवर की गिरफ्तारी के लिए जानकारी देगा तो उसे $50,000 तक का इनाम दिया जाएगा.

पाकिस्तान के पीएम शहबाज शरीफ ने गुरुवार को बलूचिस्तान के दौरे पर पहुंचे हैं, जहां उन्होंने कानून-व्यवस्था की स्थिति की समीक्षा की. पाकिस्तानी सेना का दावा है कि उसने रेस्क्यू ऑपरेशन पूरा कर लिया है तो दूसरी ओर बलूच लिबरेशन आर्मी (BLA) का कहना है कि ISPR द्वारा किए गए दावे झूठे हैं और पाक हार को छिपाने की नाकाम कोशिश कर रहा है.

पाकिस्तान द्वारा बलूचिस्तान पर जबरन कब्जे के बाद से बलूच लोग आंदोलन कर रहे हैं. पाकिस्तानी सेना ने पांच बड़े सैन्य अभियान चलाए, लेकिन बलूच लोगों का हौसला नहीं टूटा. बलूच नेता का कहना है कि यह दो देशों का मामला है, पाकिस्तान का आंतरिक मुद्दा नहीं. महिलाओं और युवाओं पर पाकिस्तानी सेना के अत्याचार से आजादी की मांग तेज हुई है. देखें.