NEET पेपर लीक: सुराग की तलाश में पटना की बेऊर जेल पहुंची CBI, आरोपियों से पूछताछ
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NEET पेपर लीक मामले पर केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के अलावा केंद्र और राज्य सरकार इस मामले पर सख्त है, लगातार जांच चल रही है, आरोपियों की गिरफ्तारी हो रही है.
पिछले कुछ दिनों से NEET पेपर लीक का मामला सुर्खियों में है. इससे जुड़ा नया अपडेट सामने आया है. CBI ने पटना के बेऊर जेल में बंद आरोपियों से भी पूछताछ की है. रिमांड पर लिए गए आरोपियों से मिले इनपुट के बाद जेल में ही बंद आरोपियों से पूछताछ की गई. सूत्रों के मुताबिक आरोपियों के अलग-अलग बयान में काफी अंतर पाया गया है लेकिन ज्यादातर आरोपियों ने पूछताछ में संजीव मुखिया और सिकंदर यादवेंदु का नाम लिया.
NEET पेपर लीक मामले पर केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी का भी बयान आया है. उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के अलावा केंद्र और राज्य सरकार इस मामले पर सख्त है, लगातार जांच चल रही है, आरोपियों की गिरफ्तारी हो रही है. सरकार ना किसी को फंसाने जा रही है और ना बचा रही है. जो भी सही होगा किया जाएगा. उन्होंने कहा कि ये भी सुनिश्चित किया जाएगा कि आगे इस तरह के मामले ना सामने आएं.
ये चार किरदार खोलेंगे NEET पेपर लीक का राज!
सीबीआई ने नीट पेपर लीक मामले की जांच अपने हाथ में लेने के बाद तेजी से एक्शन लिया है. बिहार के इकोनॉमिक ऑफेंस यूनिट (EOU) ने अपनी जांच में हजारीबाग के जिस ओएसिस स्कूल से पेपर लीक का तार जोड़ा था, उस लीड पर काम करते हुए CBI संजीव मुखिया गिरोह के पूरे प्लान को सामने लाने में जुटी हुई है. सीबीआई ने ओएसिस स्कूल के प्रिंसिपल एहसान-उल-हक और वायस प्रिंसिपल इम्तियाज आलम को गिरफ्तार किया है.
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केंद्रीय जांच एजेंसी पहले से ही संजीव मुखिया के दो खास गुर्गों चिंटू और मुकेश को रिमांड पर लेकर पूछताछ कर रही है. सीबीआई को आशंका है कि हजारीबाग के ओएसिस स्कूल से ही NEET का पेपर लीक हुआ और इसमें एहसान-उल-हक और इम्तियाज आलम की भूमिका थी. लीक होने के बाद नीट परीक्षा का पेपर माफिया संजीव मुखिया तक पहुंचा.
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