NEET पेपर लीक: शक के घेरे में NTA! पूर्व डीजी से पूछताछ करना चाहती है EOU
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NEET Paper Leak Update: बिहार पुलिस की बदौलत ही नीट पेपर लीक का 'सेफ हाउस', जले हुए पेपर, गड़बड़ी में शामिल कई अभ्यर्थियों समेत कई लोगों को दबोचा गया. अब सामने आया है कि बिहार पुलिस की आर्थिक अपराध इकाई (EOU) नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) तत्कालीन डायरेक्टर जनरल सुबोध कुमार सिंह से भी पूछताछ करना चाहती है.
NEET Paper Leak Update: नीट यूजी परीक्षा के दिन से बिहार पुलिस की सतर्कता के चलते ही पेपर लीक मामले में कई खुलासे हुए हैं. 5 मई को दोपहर 3.30 बजे तक बिहार पुलिस ने नीट पेपर लीक के मास्टरमाइंड कहे जा रहे जेई सिकंदर प्रसाद यादवेंदु (56 वर्षीय), अखिलेश कुमार (43 वर्षीय) और बिट्टू कुमार (38 वर्षीय) को पकड़ लिया था. सख्ती से पूछताछ के बाद परीक्षा खत्म होने से पहले परीक्षा केंद्र पर पहुंचकर नीट अभ्यर्थी आयुष राज को भी पकड़ा लिया था.
बिहार पुलिस की बदौलत ही नीट पेपर लीक का 'सेफ हाउस', जले हुए पेपर, गड़बड़ी में शामिल कई अभ्यर्थियों समेत कई लोगों को दबोचा गया. अब सामने आया है कि बिहार पुलिस की आर्थिक अपराध इकाई (EOU) नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) के तत्कालीन डायरेक्टर जनरल सुबोध कुमार सिंह से भी पूछताछ करना चाहती है. ईओयू ने एनटीए पर सहयोग नहीं करने का आरोप लगाया है.
EOU सूत्रों के हवाले से जानकारी मिली है कि नीट यूजी में अनियमितताओं की जांच के दौरान NTA की भूमिका पर EOU को संदेह हुआ था. EOU की तरफ से हफ्ते भर पहले NTA को एक लेटर भी भेजा गया था, जिसमें NEET में गड़बड़ी की जानकारी देते हुए तर्थ्यों तक पहुंचने में सहयोग करने को कहा गया था, लेकिन तत्कालीन NTA डीजी ने EOU की बात का संज्ञान नहीं लिया.
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एनटीए को EOU ने भेजा था लेटर
दरअसल, नीट एग्जाम के दिन (5 मई 2024) सॉल्वर गैंग के सदस्य सिकंदर, अखिलेश और बिट्टू को सफेद रेनाल्ड डस्टर के साथ हिरासत में लिया गया था. सॉल्वर गैंग की गाड़ी से कई अभ्यर्थियों के एडमिट कार्ड मिले थे. गैंग के इन तीनों सदस्यों और एक अभ्यर्थी को गिरफ्तार करने के बाद EOU ने 'सेफ हाउस' पर छापा मारा और कुछ जले हुए पेपर बरामद किए थे.
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