NCR के सभी शहरों में प्रदूषण बेकाबू, नोएडा से गाजियाबाद तक साफ दिखा असर
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दिल्ली में पटाखों पर बैन था, इसका कुछ असर भी पड़ा लेकिन पटाखों से आजादी नहीं मिली. नतीजा ये कि दिवाली की रात से ही दिल्ली की आबोहवा में ऐसा जहर घुला कि हवा को नापने से सारे पैमाने फेल हो गए. एक्यूईआई 999 हो गया. पटाखों के साथ पराली और गाड़ियों के धुएं ने सांस लेना मुश्किल कर डाला. दिल्ली वालों ने यू तो इस बार भी पटाखों को लेकर थोड़ा खुद पर कंट्रोल रखा, धूमधड़ाका भी कम सुनाई पड़ा लेकिन ये दिवाली बिन पटाखों के गुजरी हो ऐसा भी नहीं हुआ. देखें एनसीआर का हाल.
मणिपुर हिंसा को लेकर देश के पूर्व गृहमंत्री पी चिदंबरम खुद अपनी पार्टी में ही घिर गए हैं. उन्होंने मणिपुर हिंसा को लेकर एक ट्वीट किया था. स्थानीय कांग्रेस इकाई के विरोध के चलते उन्हें ट्वीट भी डिलीट करना पड़ा. आइये देखते हैं कि कांग्रेस का केंद्रीय नेतृत्व क्या मणिपुर की हालिया परिस्थितियों को समझ नहीं पा रहा है?
महाराष्ट्र में तमाम सियासत के बीच जनता ने अपना फैसला ईवीएम मशीन में कैद कर दिया है. कौन महाराष्ट्र का नया मुख्यमंत्री होगा इसका फैसला जल्द होगा. लेकिन गुरुवार की वोटिंग को लेकर सबसे ज्यादा चर्चा जनता के बीच चुनाव को लेकर उत्साह की है. जहां वोंटिग प्रतिशत में कई साल के रिकॉर्ड टूट गए. अब ये शिंदे सरकार का समर्थन है या फिर सरकार के खिलाफ नाराजगी.