MP: रामनवमी जुलूस पर पथराव करने वाले आरोपियों के घर पर चला बुलडोजर
AajTak
मध्य प्रदेश के खरगोन में जो हिंसा (khargone violence) हुई थी, उसके आरोपियों पर प्रशासन ने एक्शन लिया है. जिला प्रशासन खरगोन के मोहन टाकीज इलाके में बुलडोजर लेकर पहुंचा और उनके मकान गिरा दिए.
मध्य प्रदेश के खरगोन में रामनवमी के दिन हुई हिंसा पर सरकार एक्शन में आ गई है. जिला प्रशासन खरगोन के मोहन टाकीज इलाके में बुलडोजर लेकर पहुंचा और उनके मकान गिरा दिए. शहर के संवेदनशील क्षेत्र मानें जाने वाले छोटी मोहन टाकीज क्षेत्र में भारी पुलिस फोर्स की मौजूदगी में सरकार के अधिकारी वहां बुलडोजर लेकर पहुंचे और हिंसा करने वाले आरोपियों के मकानों को ढाह दिया.
इस कार्रवाई का कांग्रेस ने विरोध किया है. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने ट्वीट किया, 'मामू का बुलडोज़र बलात्कार करने वालों पर और बलात्कारियों को सहयोग देने वालों पर नहीं चलता. केवल शक्ल देख कर बुलडोज़र चलाए जा रहे हैं.'
क्या है पूरा मामला? जानकारी के लिए बता दें कि 10 अप्रैल को राम नवमी के मौके पर खरगोन में शोभायात्रा निकाली गई थी. इस यात्रा के दौरान कुछ लोगों ने पथराव किया था, जिसके बाद पूरे क्षेत्र में हिंसा शुरू हो गई थी. हिंसा के दौरान कुछ लोगों ने पेट्रोल बंब भी फेंके थे. इस पूरे घटनाक्रम में आम जनता समेत 10 पुलिसकर्मी घायल हो गए थे.
सीएम शिवराज सिंह चौहान ने दिए थे कार्यवाही के निर्देश इस घटना को लेकर राज्य के सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि इस हिंसा में शामिल आरोपियों की पहचान कर ली गई है और उन्हें बख्सा नहीं जाएगी. सीएम ने कहा कि रामनवमी के अवसर पर खरगोन में हुई घटना दुर्भाग्यपूर्ण है. मध्यप्रदेश की धरती पर दंगाइयों के लिए कोई स्थान नहीं है. यह दंगाई चिन्हित कर लिए गए हैं, इनको छोड़ा नहीं जाएगा. उनके खिलाफ कठोरतम कार्यवाही की जाएगी.
महाराष्ट्र में तमाम सियासत के बीच जनता ने अपना फैसला ईवीएम मशीन में कैद कर दिया है. कौन महाराष्ट्र का नया मुख्यमंत्री होगा इसका फैसला जल्द होगा. लेकिन गुरुवार की वोटिंग को लेकर सबसे ज्यादा चर्चा जनता के बीच चुनाव को लेकर उत्साह की है. जहां वोंटिग प्रतिशत में कई साल के रिकॉर्ड टूट गए. अब ये शिंदे सरकार का समर्थन है या फिर सरकार के खिलाफ नाराजगी.
न्यूयॉर्क की फेडरल कोर्ट में हुई सुनवाई में गौतम अडाणी समेत 8 लोगों पर अरबों की धोखाधड़ी और रिश्वत के आरोप लगे हैं. राहुल गांधी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की और कहा कि गौतम अदाणी ने घोटाला किया है और वो बाहर घूम रहे हैं. राहुल के इन आरोपों का बीजेपी ने जवाब दिया और कहा कि राहुल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की विश्वसनीयता को समाप्त करने की कोशिश कर रहे हैं. बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा कि झूठ बोलना राहुल गांधी की आदत है.