Lok Sabha 2024: महिलाओं के मतदान का प्रतिशत बढ़ने के बावजूद भी घटी संसद में महिलाओं की भागीदारी
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2024 के आम चुनाव में 14 अलग-अलग राजनीतिक पार्टियों से 74 नई महिला सांसद चुनाव जीतकर सांसद भवन पहुंचीं हैं. जो कि 33% कोटे का महज 13.6% है. वहीं, इंडिया टुडे की डेटा इंटेलिजेंस यूनिट ने 1957 से 2024 तक लोकसभा में महिलाओं के प्रतिनिधित्व और 1962 से 2024 तक महिलाओं के मतदान प्रतिशत से जुड़े डेटा का विश्लेषण किया है, जिसमें चौंकाने वाली जानकारी मिली है.
राजनीति में महिलाओं की भागीदारी पर जोर देने के बावजूद भी 18वीं लोकसभा में महज 74 महिला सांसद चुनकर ही संसद भवन पहुंची हैं. जो कि महिलाओं के लिए बात किए जाने वाले 33 प्रतिशत कोटे का मात्र 13.6% ही है. साथ ही ये आंकड़ा महिला रिजर्वेशन एक्ट, 2023 के तहत निर्धारित 33% कोटे से काफी कम है. हालांकि, वक्त के साथ लोकसभा में महिलाओं की भागीदारी बढ़ी है. पर महिलाओं की भागीदारी में उतार-चढ़ाव रहा है.
इंडिया टुडे की डेटा इंटेलिजेंस यूनिट ने 1957 से 2024 तक लोकसभा में महिलाओं के प्रतिनिधित्व और 1962 से 2024 तक महिलाओं के मतदान प्रतिशत से जुड़े डेटा का विश्लेषण किया है, जिसमें मिले-जुले रुझान देखने को मिले हैं.
बढ़ रहा है महिलाओं का प्रतिनिधित्व
साल दर साल लोकसभा में महिलाओं की संख्या बढ़ रही है, लेकिन ये दर अस्थिर है. साल 1957 में 5.4% महिलाएं सांसद थीं जो साल 1962 में बढ़कर 6.7% हो गई. पर साल 1967 में गिरकर 5.9% हो गई. 70 और 80 के दशक में महिलाओं के प्रतिनिधित्व अपेक्षाकृत कम रहा. 1977 में 3.4% था जो 1984-85 में बढ़कर 8.1% हो गया.
उसके बाद आमतौर पर अधिक महिलाएं चुनी गईं. 2019 तक लोकसभा में महिलाओं की संख्या 14.4% थी. हालांकि, 2024 में यह घटकर 13.6% हो गया है.
सफलता दर क्या है?
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