Jammu-Kashmir में पहली बार कब और कहां से आए Rohingya, हुआ साजिश का खुलासा
Zee News
Rohingya Conspiracy: रोहिंग्या को जम्मू-कश्मीर या देश के दूसरे हिस्सों में बसाने के पीछे एक गहरी साजिश है. जिसके तहत कुछ गिरोह इनके लिए 10-15 हजार रुपये लेकर UNHRC के फर्जी कार्ड भी बनाते हैं.
जम्मू: जम्मू-कश्मीर में रोहिंग्या रिफ्यूजी कब कहां से आए, इसका खुलासा पुलिस रिकॉर्ड से मिलता है कि 1986 में रोहिंग्या रिफ्यूजी का पहला परिवार जम्मू में अवैध तरीके से पाकिस्तान से बॉर्डर क्रॉस करके आया था. जिसे गिरफ्तार कर उसके खिलाफ FIR दर्ज की गई थी. लेकिन तात्कालिक सरकारों ने इसके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की. बल्कि सरकारों के संरक्षण में रोहिंग्या रिफ्यूजी का नंबर जम्मू में बढ़ता रहा. जम्मू-कश्मीर में रही नेशनल कॉन्फ्रेंस, कांग्रेस और मुफ्ती परिवार की सरकारें रोहिंग्या रिफ्यूजी के नंबर को छुपाने में लगी रहीं. सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, जम्मू के 39 इलाकों में 6583 हजार रोहिंग्या रहते हैं. सूत्रों के अनुसार, इनकी संख्या 25 से 30 हजार के बीच है. जम्मू, सांबा और कठुआ इन 3 जिलों में रोहिंग्या मुसलमानों की संख्या में बेतहाशा इजाफा 2008 से लेकर 2016 के बीच हुआ.More Related News