J-K: स्कूल में 15 अगस्त पर तिरंगा नहीं फहराने पर 7 शिक्षक सस्पेंड, जांच के लिए बनी कमेटी
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जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ जिले में एक स्कूल में 15 अगस्त के दिन तिरंगा नहीं फहराने पर शिक्षकों के खिलाफ कार्रवाई की गई है. स्कूल के 7 शिक्षकों को निलंबित कर दिया गया है, इसके साथ ही जांच के लिए एक कमेटी भी बना दी गई है. जब तक ये कमेटी अपनी रिपोर्ट नहीं सौंपती, तब तक ये शिक्षक सस्पेंड बने रहेंगे.
जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ जिले में स्वतंत्रता दिवस पर स्कूल में तिरंगा नहीं फहराया गया. इसके बाद स्कूल के 7 शिक्षकों पर कार्रवाई की गई है. इन शिक्षकों को स्कूल से निलंबित कर दिया गया है. इसके साथ ही पूरे मामले की जांच के लिए एक कमेटी का भी गठन किया गया है.
किश्तवाड़ जिले के इंदरवाल एरिया में एक स्कूल में 15 अगस्त के दिन तिरंगा नहीं फहराया गया था. इसको लेकर स्कूल के 7 शिक्षकों के खिलाफ कार्रवाई की गई है. शिक्षा विभाग ने उन सभी शिक्षकों को सस्पेंड कर दिया है और इस मामले की जांच के लिए एक कमेटी का भी गठन किया गया है. जब तक कमेटी इस मामले में जांच पूरी करेगी, तब तक ये सभी शिक्षक सस्पेंड रहेंगे.
तमिलनाडु में प्रिंसिपल ने नहीं लहराया था तिरंगा
ऐसा नहीं है कि स्कूलों में तिरंगा नहीं फहराने का ये पहला मामला है, इससे पहले तमिलनाडु से ऐसी ही एक खबर आई थी, जहां धर्मपुरी जिले में एक सरकारी स्कूल की प्रिंसिपल ने स्वतंत्रता दिवस समारोह के अवसर पर राष्ट्रीय ध्वज फहराने और उसे 'सैल्यूट' करने से इनकार कर दिया था.
प्रिंसिपल ने दिया था धर्म से जुड़ा तर्क
स्कूल ही हेडमिस्ट्रेस तमिलसेल्वी इस साल रिटायर होने वाली हैं और बताया गया है कि उन्हें सम्मानित करने के लिए ही 15 अगस्त के उत्सव की व्यवस्था की गई थी. सूत्रों ने बताया कि हेडमिस्ट्रेस के इनकार करने के बाद सहायक प्रधानाध्यापक ने तिरंगा झंडा फहराया था. प्रिंसिपल ने इसको लेकर तर्क दिया था कि वो याकूब ईसाई हैं. उन्होंने कहा कि ये तिरंगा के लिए कोई नुकसान और अनादर नहीं है. हम केवल भगवान को सलाम करते हैं और किसी को नहीं. हम ध्वज का सम्मान करते हैं, लेकिन सलाम केवल भगवान को करेंगे.
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