Hyderabad Crime: अनार तोड़ने पर दलित लड़के को मिली खौफनाक सजा, रिटायर्ड प्रिंसिपल ने रस्सी से हाथ-पैर बांधकर पीटा
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पीड़ित लड़का पेड़ से अनार तोड़ने के लिए एक घर की दीवार पर चढ़ गया था. तभी सेवानिवृत्त प्रधानाध्यापक ने लड़के को पकड़ लिया और रस्सी से उसके हाथ-पैर बांध दिए. इसके बाद उसकी पिटाई की. इस घटना की एक तस्वीर वायरल हुई, जिसमें पीड़ित लड़का जमीन पर लेटा हुआ दिखाई दे रहा है.
तेलंगाना के हैदराबाद शहर से एक शर्मसार करने वाली वारदात सामने आई है. जहां महज एक तोड़ने के लिए एक नाबालिग लड़के को खौफनाक सजा दी गई. आरोपियों ने उस लड़के के हाथ-पैर बांध दिए और फिर उसे जमकर पीटा गया. पीड़ित लड़का अनुसूचित जाति समुदाय से ताल्लुक रखता है. अब इस मामले में पुलिस ने दो लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है.
हैदराबाद पुलिस के एक अफसर ने बुधवार को इस बारे में जानकारी देते हुए पीटीआई को बताया कि शहर के बाहरी इलाके में एक शख्स ने 14 वर्षीय दलित लड़के को उसके घर से अनार तोड़ने पर कड़ी सजा दी. आरोपी ने उस लड़के के हाथ-पैर बांधकर उसे पीटा. यह वारदात 22 जून को शाबाद मंडल के केसरम गांव में अंजाम दी गई.
पुलिस अधिकारी ने आगे बताया कि पीड़ित लड़का अनुसूचित जाति समुदाय से था और पेड़ से अनार तोड़ने के लिए घर की दीवार पर चढ़ गया था. वो घर एक सेवानिवृत्त सरकारी स्कूल के प्रधानाध्यापक है. जिसने लड़के को अनार तोड़ते वक्त पकड़ लिया और रस्सी से उसके हाथ-पैर बांध दिए. इसके बाद उसकी पिटाई की. इस घटना की एक तस्वीर वायरल हुई, जिसमें पीड़ित लड़का जमीन पर लेटा हुआ दिखाई दे रहा है.
पीड़िता लड़के की मां 24 जून को संबंधित पुलिस थाने पहुंची और पुलिस को शिकायत दर्ज कराई. महिला की शिकायत के आधार पर, आईपीसी की धारा 342 (गलत तरीके से बंधक बनाना) और 324 (स्वेच्छा से चोट पहुंचाना) तथा किशोर न्याय अधिनियम और अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति (अत्याचार निवारण) अधिनियम की संबंधित धाराओं के तहत आरोपी और उसके बेटे के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है.
पुलिस अधिकारी ने बताया जब शिकायतकर्ता मौके पर पहुंची थी, तो आरोपी व्यक्ति और उसके बेटे ने कथित तौर पर उसके साथ भी दुर्व्यवहार किया था. पुलिस गंभीरता से इस मामले की जांच कर रही है.
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