Halal Meat Ban: कर्नाटक में हलाल मीट विक्रेता को दक्षिणपंथी कार्यकर्ताओं ने पीटा, 5 गिरफ्तार
AajTak
कर्नाटक में हिजाब विवाद के बाद अब हलाल मीट बैन का मामला तूल पकड़ने लगा है. आलम यह है कि मुख्यमंत्री बोम्मई को इस मुद्दे पर बयान देना पड़ा है. राज्य में इसके बैन को लेकर दक्षिण पंथी संगठन अपना प्रचार तेज कर रहे हैं.
कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई के हलाल मीट पर दिए बयान के एक दिन बाद शिवमोगा में दक्षिणपंथी कार्यकर्ताओं ने एक मुस्लिम विक्रेता पर हमला कर दिया है. पुलिस ने इस मामले में केस दर्ज कर पांच लोगों को गिफ्तार कर जांच शुरू कर दी है. शिवमोगा के एसपी बीएम लक्ष्मी प्रसाद ने मीडिया को बताया कि दक्षिणपंथी कार्यकर्ताओं ने बहस की फिर मुस्लिम विक्रेता पर हमला कर दिया. इस मामले में भद्रावती के होसमाने पुलिस स्टेशन में केस दर्ज किया गया है.
हलाल मीट के खिलाफ कर रहे थे प्रचार
पुलिस ने बताया कि दक्षिणपंथी कार्यकर्ता बुधवार दोपहर करीब साढ़े बारह बजे होसमाने इलाके में हलाल मीट के खिलाफ प्रचार कर रहे थे. इस दौरान उन्होंने कथित तौर पर मुस्लिम मीट विक्रेता तौसिफ को धमकी दी. पीड़ित ने पुलिस को बताया कि कार्यकर्ताओं ने उसे उसकी चिकन की दुकान पर गैर-हलाल मीट बेचने के लिए कहा. उसने कार्यकर्ताओं से कहा कि ऐसा मीट तैयार नहीं है. थोड़ा वक्त दीजिए व्यवस्था कर दूंगा तो कार्यकर्ता नाराज हो गए और उन्होंने कथित तौर पर उसकी पिटाई कर दी.
होटल मालिक को धमकाने पर भी केस
पुलिस ने शिवमोगा जिले में एक अन्य घटना में उन्हीं दक्षिणपंथी कार्यकर्ताओं के खिलाफ पुरानी भद्रावती में एक होटल व्यवसायी को गैर-हलाल मीट नहीं परोसने के लिए धमकाने और अभद्रता करने का केस दर्ज किया है.
मुख्यमंत्री ने यह दिया था बयान
मणिपुर हिंसा को लेकर देश के पूर्व गृहमंत्री पी चिदंबरम खुद अपनी पार्टी में ही घिर गए हैं. उन्होंने मणिपुर हिंसा को लेकर एक ट्वीट किया था. स्थानीय कांग्रेस इकाई के विरोध के चलते उन्हें ट्वीट भी डिलीट करना पड़ा. आइये देखते हैं कि कांग्रेस का केंद्रीय नेतृत्व क्या मणिपुर की हालिया परिस्थितियों को समझ नहीं पा रहा है?
महाराष्ट्र में तमाम सियासत के बीच जनता ने अपना फैसला ईवीएम मशीन में कैद कर दिया है. कौन महाराष्ट्र का नया मुख्यमंत्री होगा इसका फैसला जल्द होगा. लेकिन गुरुवार की वोटिंग को लेकर सबसे ज्यादा चर्चा जनता के बीच चुनाव को लेकर उत्साह की है. जहां वोंटिग प्रतिशत में कई साल के रिकॉर्ड टूट गए. अब ये शिंदे सरकार का समर्थन है या फिर सरकार के खिलाफ नाराजगी.