Gurugram: फर्जी काल सेंटर का भंडाफोड़... 24 कर्मचारी अरेस्ट, US-Canada के लोगों से ऐसे करते थे ठगी
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Haryana News: हरियाणा के गुरुगाम में सीएम फ्लाइंड स्क्वायड और पुलिस की टीम को बड़ी कामयाबी मिली है. उन्होंने फर्जी कॉल सेंटर का भंडाफोड़ कर संचालक समेत 24 कर्मचारियों को अरेस्ट किया है.
Haryana News: हरियाणा के गुरुग्राम में फेक कॉल सेंटर का भंडाफोड़ हुआ है. सीएम फ्लाइंग स्क्वायड और पुलिस की ज्वॉइंट टीम ने इस कॉल सेंटर पर छापा मारा है. पुलिस ने कॉल सेंटर में काम करने वाले 24 लोगों को अरेस्ट किया है. इन सभी लोगों पर आरोप है कि ये सभी खुद को फाइनेंशियल क्राइम यूनिट, ब्यूरो ऑफ नारकोटिक्स, कनाडियन इंटेलिजेंस सर्विस का अधिकारी बात कर अमेरिका और कनाडा के लोगों से ठगी कर रहे थे. पुलिस ने मामले में जांच शुरू कर दी है.
कॉल सेंटर से बरामद हुआ यह सामान
पुलिस ने जिन 24 लोगों को गिरफ्तार किया है उनमें 10 महिला और 14 पुरूष शामिल हैं. गुरुग्राम में एसीपी (क्राइम) प्रितपाल सिंह की मानें तो कॉल सेंटर में कार्यरत आरोपी वॉइस मेल और पॉपअप भेजकर टेक सपोर्ट देने के नाम पर और मादक पदार्थों की तस्करी, मनी लॉन्ड्रिंग और पहचान छुपाने वाले अपराधों में लिप्त होना बताकर अवैध वसूली किया करते थे. पुलिस टीम ने कॉल सेंटर से कंप्यूटर के 2 सीपीयू (सेंट्रल प्रोसेसिंग यूनिट), दो मोबाइल फोन और ढाई लाख रुपयों की नगदी बरामद की है.
कॉल सेंटर के बारे में पुलिस को मिली थी सूचना
एसीपी (क्राइम) प्रितपाल सिंह की मानें तो देर रात सीएम फ्लाइंग स्क्वायड को एक सूचना मिली कि डीएलएफ फेज-2 के प्लॉट नंबर-9, गली नंबर-11, एम ब्लॉक, गुरुग्राम पर उमेश यादव उर्फ ओम्मी, माणिक, एसस्ले एक फर्जी कॉल सेंटर चलाते हैं. इस कॉल सेंटर में काम करने वाले कर्मचारी कनाडा के नागरिकों को कंप्यूटर के जरिए वॉइस मेल और पॉपअप भेजकर सोशल इंश्योरेंस नंबर (एसआईएन) और टेक सपोर्ट देने के नाम पर पैसा वसूल करने में लगे हुए हैं. कॉल सेंटर के कर्मचारी खुद को कनाडा बॉर्डर सर्विस जैसी एजेंसियों का अधिकारियों बताते और फिर लोगों को ठगते थे.
12वीं पास है फेक कॉल सेंटर का संचालक छापेमारी के दौरान पुलिस ने कॉल सेंटर के मालिक और उसके कर्मचारियों को अमेरिका और कनाडाई मूल के लोगों से धोखाधड़ी कर पैसा ऐंठकर वसूली करने का जुर्म पाया. इस पर पुलिस ने सभी को अरेस्ट कर लिया है. कॉल सेंटर का संचालक उमेश 12वीं पास है और फर्जी तरीके से कॉल सेंटर चलाकर अमेरिका और कनाडा के नागरिकों को चुना लगा रहा था. पुलिस ने सभी 24 लोगों को गिरफ्तार कर मामले की जांच शुरू कर दी है. जिससे यह पता लगाया जा सके कि इस काम में इनका साथ कौन-कौन दे रहा था.
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