Explainer: अफगानिस्तान में तालिबान का कब्जा, अब आगे क्या होगा? भारत के लिए क्यों चिंता की बात?
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अफगानिस्तान में 20 साल बाद फिर से तालिबान का कब्जा हो गया है. अफगानिस्तान में अब सत्ता हस्तांतरण की तैयारियां शुरू हो चुकी हैं. तालिबान शांति और सुरक्षा की बात कर रहा है, लेकिन वहां लोगों में डर साफ दिखाई दे रहा है. अफगानिस्तान में तालिबान का आना भारत के लिए भी चिंता की बात है.
अफगानिस्तान (Afghanistan) में 20 साल बाद फिर से तालिबान (Taliban) का कब्जा हो गया है. रविवार को काबुल (Kabul) पर तालिबान के कब्जे के बाद राष्ट्रपति अशरफ गनी (Ashraf Ghani) देश छोड़कर जा चुके हैं. लोग भी अपनी जान बचाने में जुट गए हैं. रविवार से ही अफगानिस्तान की सड़कों पर जाम लगा हुआ है. एयरपोर्ट पर अफरा-तफरी मची हुई है.मणिपुर हिंसा को लेकर देश के पूर्व गृहमंत्री पी चिदंबरम खुद अपनी पार्टी में ही घिर गए हैं. उन्होंने मणिपुर हिंसा को लेकर एक ट्वीट किया था. स्थानीय कांग्रेस इकाई के विरोध के चलते उन्हें ट्वीट भी डिलीट करना पड़ा. आइये देखते हैं कि कांग्रेस का केंद्रीय नेतृत्व क्या मणिपुर की हालिया परिस्थितियों को समझ नहीं पा रहा है?
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