#DeshKaZee: डॉ. सुभाष चंद्रा बोले- निवेशकों को क्यों कर रहा गुमराह Invesco? किसका मोहरा है ये?
Zee News
ज़ी एंटरटेनमेंट के मामले में इन्वेस्को खुद सवालों के घेरे में फंसता दिख रहा है. क्योंकि, इन्वेस्को के पास इसका कोई जवाब नहीं है कि आखिर वो किसके इशारे पर काम कर रहा है?
ZEEL-SONY Merger: ज़ी एंटरटेनमेंट (ZEEL) के साथ सोनी पिक्चर्स (SPNI) के मर्जर के एलान का इंडस्ट्री ने इस्तकबाल किया. शेयर बाजार भी खुश हुआ. शेयरहोल्डर में भी भरोसा है. लेकिन, इनवेस्को अब भी ज़ी एंटरटेनमेंट के बोर्ड को बदलने की जिद पर अड़ा है. इस मामले में कुछ मीडिया इदारा उल्टा Zee से सवाल कर रहे हैं. उनका मानना है कि ज़ी एंटरटेनमेंट एंटरप्राइसेज को सवालों के जवाब देने चाहिए. लेकिन, ऐसी खबरें बेबुनियाद हैं. क्योंकि, ZEEL ने SONY के साथ डील करके शेयरधारकों के सामने अपना प्लान पेश कर दिया है. इंडस्ट्री के सामने भी क्लैरिटी है. वहीं, इन्वेस्को की मंशा पर लगातार सवाल उठ रहे हैं. उसके पीछे किसका हाथ है? इस सवाल से इन्वेस्को भाग क्यों रहा है?
डील में अड़ंगा क्यों लगा रहा है इन्वेस्को? ज़ी एंटरटेनमेंट के मामले में इन्वेस्को खुद सवालों के घेरे में फंसता दिख रहा है. क्योंकि, इन्वेस्को के पास इसका कोई जवाब नहीं है कि आखिर वो किसके इशारे पर काम कर रहा है? आखिर अच्छी भली डील में अड़ंगा लगाने की कोशिश क्यों की जा रही है? आखिर इन्वेस्को किसका मोहरा बनकर निवेशकों को गुमराह कर रहा है? ऐसे ढेरों सवाल हैं जो इन्वेस्को को लेकर उठ रहे हैं. इन्वेस्को ने पूरे मामले में पारदर्शिता रखी ही नहीं है. ZEEL-SONY मर्जर के बाद बनने वाली कंपनी में भी पुनीत गोयनका MD-CEO होंगे. ये भरोसा सोनी पिक्सचर्स नेटवर्क इंडिया ने भी जताया है. लेकिन, इन्वेस्को को ये बात क्यों खटक रही है? इन्वेस्को मैनेजमेंट में किसे रखेगी ये क्यों नहीं बताती?