Delhi: शख्स से मारपीट कर जबरन वसूली का आरोप, जेल भेजे गए 5 पुलिसकर्मी
AajTak
डीसीपी साउथ वेस्ट रोहित मीना ने बताया कि 28 मई 2024 को पुलिस अधिकारियों द्वारा हमला करने और जबरन वसूली के संबंध में एक पीसीआर कॉल वसंत कुंज साउथ थाने में मिली थी. इस पर कार्रवाई करते हुए थाने में आरोपी पुलिसकर्मियों के खिलाफ केस दर्ज किया गया था. मामले में कार्रवाई करते हुए पांच पुलिसकर्मियों को जेल भेज दिया गया है.
साउथ वेस्ट दिल्ली के वसंत कुंज इलाके में एक शख्स से मारपीट कर जबरन वसूली करने के आरोप में 5 पुलिस वालों को गिरफ्तार किया गाय है. पुलिस ने आरोपी पुलिसकर्मियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. यह जानकारी डीसीपी साउथ वेस्ट रोहित मीना ने दी.
उन्होंने बताया कि एसएचओ पुलिस थाना वीके साउथ की ओर से पेश की गई रिपोर्ट के अनुसार, 28 मई 2024 को पुलिस अधिकारियों द्वारा हमला करने और जबरन वसूली के संबंध में एक पीसीआर कॉल वसंत कुंज साउथ थाने में मिली थी. पीड़ित सुख करण द्वारा दी गई शिकायत के आधार पर 28 मई को एफआईआर संख्या 282/24, यू/एस 384/323/34 आईपीसी के तहत थाना वसंत कुंज साउथ में मामला दर्ज किया गया था.
यह भी पढ़ें- स्लम हो या पॉश इलाका, दिल्ली में हर तरफ जल संकट... सियासी लड़ाई के बीच राहत का इंतजार
कोर्ट ने 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेजा
मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने तत्काल जांच शुरू कर दी. इस मामले में संलिप्त सभी पुलिसकर्मियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. डीसीपी ने बताया कि आरोपियों को 29 मई को माननीय न्यायालय के समक्ष पेश किया गया.
कोर्ट की तरफ से आरोपी पुलिसकर्मियों को 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया. इस मामले में आगे की जांच चल रही है. डीसीपी ने बताया कि आरोपी पुलिसकर्मियों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्यवाही की जा रही है.
मणिपुर हिंसा को लेकर देश के पूर्व गृहमंत्री पी चिदंबरम खुद अपनी पार्टी में ही घिर गए हैं. उन्होंने मणिपुर हिंसा को लेकर एक ट्वीट किया था. स्थानीय कांग्रेस इकाई के विरोध के चलते उन्हें ट्वीट भी डिलीट करना पड़ा. आइये देखते हैं कि कांग्रेस का केंद्रीय नेतृत्व क्या मणिपुर की हालिया परिस्थितियों को समझ नहीं पा रहा है?
महाराष्ट्र में तमाम सियासत के बीच जनता ने अपना फैसला ईवीएम मशीन में कैद कर दिया है. कौन महाराष्ट्र का नया मुख्यमंत्री होगा इसका फैसला जल्द होगा. लेकिन गुरुवार की वोटिंग को लेकर सबसे ज्यादा चर्चा जनता के बीच चुनाव को लेकर उत्साह की है. जहां वोंटिग प्रतिशत में कई साल के रिकॉर्ड टूट गए. अब ये शिंदे सरकार का समर्थन है या फिर सरकार के खिलाफ नाराजगी.