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BPSC 70th Exam: पटना के 22 परीक्षा केंद्रों पर आज हो रहा री-एग्जाम, बापू परीक्षा परिसर में पाई गई थी गड़बड़ी
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13 दिसंबर को बापू परीक्षा केंद्र में आयोजित हुई BPSC परीक्षा की पुनर्परीक्षा आज हो रही है. इस परीक्षा के दौरान पटना के बापू परीक्षा परिसर में गड़बड़ी पाई गई थी.
पटना के 22 परीक्षा केंद्रों पर बीपीएससी री-एग्जाम हो रहा है. इससे पहले 13 दिसंबर,2024 को BPSC की पीटी परीक्षा आयोजित की गई थी. लेकिन इस परीक्षा के दौरान पटना के बापू परीक्षा परिसर में गड़बड़ी पाई गई थी. इसके बाद इस सेंटर के परीक्षा को आयोग ने रद्द कर दिया था. इसके बाद पटना के 22 परीक्षा के दर पर आज परीक्षा को फिर से आयोजित किया जा रहा है.
'छात्रों ने परीक्षा को बताया फॉर्मेलिटी' 13 दिसंबर को आयोजित हुई बापू परीक्षा केंद्र की BPSC एग्जाम की पुनर्परीक्षा आज हो रही है. पटना के 22 परीक्षा केंद्रों पर आयोजित हो रही है परीक्षा. परीक्षा देने के लिए पहुंचे अभ्यर्थियों से आज तक ने खास बातचीत की. BPSC री एग्जाम को लेकर अभ्यर्थियों की राय अलग-अलग नजर आई. परीक्षा देने आए अभ्यर्थियों का कहना है कि सिर्फ हमारा ही नहीं सभी बच्चों का री एग्जाम होना चाहिए था. वहीं, अभ्यर्थियों का यह भी कहना है कि यह परीक्षा बस एक फॉर्मेलिटी है, रिजल्ट तो पहले ही बन चुका है. कुछ अभ्यर्थियों ने कहा अब परीक्षा दोबारा आयोजित ना हो तो ही बेहतर होगा. वहीं, कई परीक्षार्थियों का कहना है कि परीक्षा में गड़बड़ी हुई है, इसलिए दोबारा आयोजित होनी चाहिए.
12000 छात्र दे रहे फिर से परीक्षा 13 दिसंबर को आयोजित बीपीएससी की परीक्षा में प्रश्नपत्र लीक के आरोपों के बाद बीपीएससी ने 12,000 छात्रों के लिए 4 जनवरी यानी आज फिर से परीक्षा आयोजित करने का निर्णय लिया है, जिसके लिए जिला प्रशासन ने पूरी तैयारी कर ली है.
छात्रों के प्रदर्शन को राजनीतिक दलों का समर्थन राज्यभर में वामपंथी दलों ने 6 जनवरी को राज्यव्यापी प्रदर्शन करने की घोषणा की है. इसके अलावा, भारतीय युवा कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने मशाल जुलूस निकाला और छात्रों के समर्थन में अपना विरोध दर्ज कराया.
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प्रयागराज में माघ पूर्णिमा के अवसर पर करीब 2 करोड़ श्रद्धालुओं ने संगम में आस्था की डुबकी लगाई. इस दौरान शासन-प्रशासन हर मोर्चे पर चौकस रहा. योगी आदित्यनाथ ने सुबह 4 बजे से ही व्यवस्थाओं पर नजर रखी थी. श्रद्धालुओं की भारी भीड़ के कारण ट्रेनों और बसों में यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ा. देखें.
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हिंदू पंचांग के अनुसार माघ मास में शुक्ल पक्ष का 15वीं तिथि ही माघ पूर्णिमा कहलाती है. इस दिन का धार्मिक, आध्यात्मिक और सांस्कृतिक दृष्टि से खास महत्व है और भारत के अलग-अलग हिस्सों में इसे श्रद्धा और भक्ति के साथ मनाया जाता है. लोग घरों में भी कथा-हवन-पूजन का आयोजन करते हैं और अगर व्यवस्था हो सकती है तो गंगा तट पर कथा-पूजन का अलग ही महत्व है.