BMC ने बाणगंगा झील की सीढ़ियों को नुकसान पहुंचाने वाले ठेकेदार पर दर्ज की FIR
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24 जून मंगलवार को बाणगंगा झील से गाद निकालने के ठेकेदार ने झील की सीढ़ियों पर जमा कीचड़ को हटाने के लिए मशीन का इस्तेमाल किया. जिससे झील की सीढ़ियों को काफी नुकसान हुआ है. बीएमसी के एक अधिकारी ने कहा, सफाई के काम के दौरान क्षतिग्रस्त सीढ़ियों और पत्थरों को हटाने का काम पूरा हो चुका है.
बृहन्मुंबई नगर निगम (BMC) ने मंगलवार को बाणगंगा झील की सीढ़ियों को नुकसान पहुंचाने के मामले में सवानी हेरिटेज कंजर्वेशन प्राइवेट लिमिटेड के प्रबंधक और अन्य के खिलाफ FIR दर्ज कर ली है.
दरअसल, 24 जून मंगलवार को बाणगंगा झील से गाद निकालने वाले ठेकेदार ने झील की सीढ़ियों पर जमा कीचड़ को हटाने के लिए मशीन का इस्तेमाल किया. जिससे झील की सीढ़ियों को काफी नुकसान हुआ.
संरक्षक मंत्री, मंगल प्रभात लोढ़ा ने घटनास्थल का दौरा किया और झील की सीढ़ियों को नुकसान पहुंचाने वाले ठेकेदार के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की. उनकी मांग के बाद बीएमसी ने ठेकेदार के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली है.
बीएमसी के एक अधिकारी ने कहा, सफाई के काम के दौरान क्षतिग्रस्त सीढ़ियों और पत्थरों को हटाने का काम पूरा हो चुका है. इसके बाद आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. नगर निगम प्रशासन की ओर से यह स्पष्ट किया जा रहा है. वहीं, झील में बचा हुआ काम भी भविष्य में नियमित रूप से जारी रहेगा.
आपको बता दें कि बाणगंगा झील के प्राचीन संरचना है. कई सालों से विभिन्न कारणों से झील की सीढ़ियों के पत्थरों, लैप पोस्ट खराब हो गए थे. इसके लिए बीएमसी ने पुनरुद्धार प्रोजेक्ट को शुरू किया था, जिसके तहत झील का जीर्णोद्धार का काम पिछले साल शुरू हुआ था. इस प्रोजेक्ट के तहत बाणगंगा झील परिसर से गाद निकालने का काम किया जा रहा था. वहीं, नवंबर 2022 में बाणगंगा को पर्यटन स्थल घोषित करने के लिए एक सरकारी प्रस्ताव जारी किया गया था.
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