
Billionaire Report: 2028 तक देश में इतने लोग हो जाएंगे 'अमीर', दौलत बनाने वाले देशों में अब भारत का नाम!
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भारत में अरबपतियों की संख्या भी तेजी से बढ़ी है. 2024 में भारत में 191 अरबपति हैं जो पिछले साल से 12% ज्यादा हैं. पिछले साल 26 नए अरबपति बने जबकि 2019 में ये संख्या महज 7 थी.
भारत में अमीरों की संख्या तेजी से बढ़ रही है और आने वाले कुछ बरसों में इसमें तेज उछाल आने का अनुमान है. ये दावा नाइट फ्रैंक की 'द वेल्थ रिपोर्ट 2025' में किया गया है जिसके मुताबिक, भारत में हाई नेटवर्थ इंडिविजुअल्स (HNWI) यानी जिनके पास 10 मिलियन डॉलर (करीब 87 करोड़ रुपये) से ज्यादा की संपत्ति है उनकी संख्या 2028 तक 93,753 तक पहुंच सकती है.
साल 2024 में ये संख्या 2023 के 80,686 से 6% बढ़कर 85,698 हो गई है और अगले चार साल में इसमें करीब 8,000 से ज्यादा नए अमीरों के जुड़ने का अनुमान है जो 9.4% की बढ़ोतरी है. ये बढ़ोतरी दिखाती है कि भारत की इकोनॉमी तेजी से आगे बढ़ रही है, देश में निवेश के मौके बढ़ रहे हैं और लग्जरी मार्केट का आकार भी बड़ा होता जा रहा है. ये तेजी साफ संकेत दे रही है कि भारत अब दुनिया में दौलत बनाने वाले बड़े देशों में शुमार हो रहा है.
HNWI की लिस्ट में चौथे नंबर पर भारत रिपोर्ट में दावा किया गया है कि दुनिया भर में 3.7% अमीर लोग भारत से हैं और भारत अब इस मामले में चौथे नंबर पर पहुंच गया है. पहले नंबर पर अमेरिका है जहां 9 लाख से ज्यादा HNWI हैं इसके बाद चीन में 4.71 लाख और जापान में 1.22 लाख HNWI हैं. पांचवे नंबर पर जर्मनी है जहां 56,205 HNWI हैं. दुनिया भर में HNWI की संख्या 2024 में 4.4% बढ़ी और इनकी कुल तादाद बढ़कर 23.41 लाख हो गई है. एशिया में HNWI की संख्या में 5% की बढ़ोतरी हुई जो दूसरी सबसे बड़ी बढ़ोतरी है. अफ्रीका में 4.7%, ऑस्ट्रेलिया में 3.9%, मिडिल ईस्ट में 2.7%, लैटिन अमेरिका में 1.5% और यूरोप में 1.4% की बढ़ोतरी हुई है.
भारत में तेजी से बढ़े अरबपति भारत में अरबपतियों की संख्या भी तेजी से बढ़ी है. 2024 में भारत में 191 अरबपति हैं जो पिछले साल से 12% ज्यादा हैं. पिछले साल 26 नए अरबपति बने जबकि 2019 में ये संख्या महज 7 थी. भारतीय अरबपतियों की कुल संपत्ति 950 बिलियन डॉलर यानी करीब 80 लाख करोड़ रुपये है. इसमें भारत दुनिया में तीसरे नंबर पर है. यहां भी पहले नंबर पर अमेरिका है जहां अरबपतियों की कुल नेटवर्थ 5.7 ट्रिलियन डॉलर है और 1.34 ट्रिलियन डॉलर की कुल संपत्ति के साथ चीन दूसरे नंबर पर है.
मैन्युफैक्चरिंग का मैजिक रिपोर्ट कहती है कि अब अरबपति केवल पुराने बड़े देशों तक सीमित नहीं हैं. नए इलाकों में भी अरबपति बन रहे हैं. दिलचस्प बात है कि पिछले 10 सालों में मैन्युफैक्चरिंग ने टेक से ज्यादा नए अरबपति बनाए हैं. खासकर चीन में जो टेक में भी सबसे आगे है. यही नहीं नए अरबपतियों की उम्र भी अब पहले से कम हो रही है. 2024 में 82% नए अरबपति पुरुष थे जो 4 साल पहले 90% थे. 30 साल से कम उम्र के अरबपतियों में 47% महिलाएं थीं जो भविष्य में बदलाव का संकेत है.
अगले दशक में बढ़ेगा भारत का दबदबा नाइट फ्रैंक इंडिया के चेयरमैन शिशिर बैजल, का कहना है कि भारत की बढ़ती दौलत उसकी मज़बूत इकोनॉमी को दिखाती है. उद्यमिता, ग्लोबल मार्केट और नए उद्योगों से ये बढ़ोतरी हो रही है. भारत के अमीर अब रियल एस्टेट से लेकर ग्लोबल शेयरों तक में निवेश कर रहे हैं जिससे अगले दस साल में भारत का दबदबा और बढ़ेगा. लियाम बेली, ग्लोबल हेड ऑफ रिसर्च, नाइट फ्रैंक का कहना है कि 2024 में ग्लोबल इकोनॉमी धीमी रही, लेकिन अमेरिका की मज़बूती ने निवेशकों का भरोसा बनाए रखा है. इस दौरान शेयर मार्केट, बिटकॉइन और ग्लोबल ट्रेड ने दौलत बढ़ाने में मदद की.

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