Bharat Jodo Yatra: महात्मा गांधी से जुड़ा वो मंदिर, जहां दिखती है मंदिर, मस्जिद, चर्च की झलक, सिर्फ 2 अक्टूबर को आती है धूप
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कांग्रेस बहुत जल्द देश में अपनी 'भारत जोड़ो यात्रा' शुरू करने जा रही है. इस बारे में पार्टी के सीनियर लीडर और मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के एक वीडियो पोस्ट किया है. इस वीडियो में महात्मा गांधी से जुड़े एक अनोखे मंदिर के बारे में बताया गया है. वहीं वीडियो में दिखाए एक फोटो लेकर बीजेपी की ओर से विरोध भी किया गया है.
कांग्रेस के सीनियर लीडर और मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह इन दिनों कांग्रेस की 'भारत जोड़ो यात्रा' (Bharat Jodo Yatra) से जुड़ा एक वीडियो शेयर किया है. इस वीडियो के कुछ फोटो को लेकर जहां वो बीजेपी के निशाने पर आ गए हैं और उन पर हिन्दू विरोधी होने का आरोप लग रहा है. वहीं इस वीडियो में महात्मा गांधी से जुड़ा एक अनोखा मंदिर '' गांधी मंडपम'' दिखाया गया है जिसकी खूबियां सभी को हैरान कर सकती हैं. बापू से जुड़ा ये मंदिर धार्मिक समरसता का प्रतीक है.
खास है कन्याकुमारी का ''गांधी मंडपम''
वीडियो में कहा गया है कि महात्मा गांधी साल 1925 और 1937 में दो बार कन्याकुमारी गए. उनके सम्मान में यहां 1956 में गांधी स्मारक बनावाया गया, इसे ही गांधी मंडपम कहा जाता है.
गांधी मंडपम की खासियत इसकी डिजाइन है. इसे इस तरह से बनाया गया है के देखने में ये एक मंदिर, मस्जिद और चर्च का मिलाजुला रूप है. वीडियो में इसे धार्मिक समरसता का एक प्रतीक बताया गया है.
सिर्फ 2 अक्टूबर को आती है धूप
गांधी मंडपम की एक और खासियत है. इस भवन में गांधी जी का अस्थि कलश रखा गया था. जिस चबूतरे पर उनके अस्थिकलश को रखा गया था, वहां ऊपर की ओर एक छेद छोड़ दिया गया है, जिससे साल में सिर्फ एक दिन 2 अक्टूबर को 12 बजकर 20 मिनट पर धूप इस चबूतरे पर पड़ती है.
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