ATS का दावा- ISIS जैसे आतंकी संगठनों के संपर्क में था मुर्तजा, गोरखनाथ मंदिर के बाहर लगी बुलेट प्रूफ पोस्ट
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एडीजी अखिल कुमार ने बताया कि हम सुरक्षा इंतजामों का रिव्यू कर रहे हैं. उन्होंने बताया कि गोरखनाथ मंदिर के गेट पर ही बुलेट प्रूफ पोस्ट लगाई गई हैं. उधर दूसरी ओर आरोपी मुर्तजा से लगातार पूछताछ जारी है.
गोरखपुर के गोरखनाथ मंदिर में सुरक्षाकर्मियों पर हमले के आरोपी मुर्तजा अहमद अब्बासी से लखनऊ में जांच एजेंसियों की पूछताछ जारी है. अभी तक की जांच में एजेंसियों को कई पुख्ता सबूत हाथ लगे हैं. जांच एजेंसियों का दावा है कि मुर्तजा दिमागी रूप से बीमार तो नहीं है बल्कि वह शातिर है. उसने 28 डॉलर (वर्तमान में 2113 रुपए) में विदेशी सिम कार्ड भी खरीदा था. इसी नंबर और चैट बॉक्स के जरिए वह ISIS जैसे आतंकी संगठनों के संपर्क में था.
एटीएस के अफसरों का मानना है कि वह शॉर्प माइंडेड है. आईआईटी से केमिकल इंजीनियरिंग करने के बाद इस्लाम को लेकर उसका ब्रेनवॉश किया गया है. अब तक की जांच में उसने सुरक्षा एजेंसियों के सामने कई चौंकाने वाले खुलासे किए हैं.
एडीजी अखिल कुमार ने आजतक से बातचीत में कहा कि मुर्तजा बहुत खतरनाक मंसूबों के साथ गोरखनाथ मंदिर पहुंचा था. अगर वह अपनी साजिश में कामयाब हो जाता तो बड़ी घटना होती. कई लोगों को निशाना बनाया जा सकता था. उन्होंने कहा कि हमारे जवानों ने बहादुरी के साथ धैर्य का परिचय दिया. वह धारदार हथियार से लैस था. इसलिए गोली नहीं चलाई. जवान गोली चला देते तो आम लोगों को भी लगने का भी खतरा रहता.
गोरखनाथ मंदिर में बाहर लगी बुलेट प्रूफ पोस्ट:
एडीजी अखिल कुमार ने बताया कि हम सुरक्षा इंतजामों का रिव्यू कर रहे हैं. उन्होंने बताया कि गोरखनाथ मंदिर के गेट पर ही बुलेट प्रूफ पोस्ट लगाई गई हैं. साथ ही उन्होंने कहा कि जवानों को ट्रेनिंग दिए जाने की जरूरत है. अखिल कुमार का मानना है कि इस घटना से हमने बहुत कुछ सीखा है. इस घटना के बाद हम अपनी कमियों को दूर कर सुरक्षा व्यवस्था को चाक-चौबंद करने में लगे हैं।
सोशल मीडिया पर भी एक्टिव था मुर्तजा
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