Ashwin Retirement Story: विदेश में कमजोर आंकड़े, बढ़ती उम्र और टीम में कई विकल्प... रविचंद्रन अश्विन के रिटायरमेंट की असली कहानी क्या है?
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Ravichandran Ashwin Retirement Story: रविचंद्रन अश्विन ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ चल रही बीच BGT सीरीज के बीच से संन्यास क्यों लिया? इसको लेकर कई बयान सामने आए हैं. कप्तान रोहित शर्मा से लेकर खुद अश्विन का. पर वास्तव में अश्विन के रिटायरमेंट के बीच सीरीज में लेने के असल मायने क्या हैं? आइए समझते हैं...
Ravichandran Ashwin Retirement Real Story: रविचंद्रन अश्विन इंटरनेशनल क्रिकेट से रिटायर हो चुके हैं, लेकिन वह अपने पीछे कई कहानियां छोड़ गए हैं, और उसके साथ कई सवाल भी. उनके रिटायरमेंट को लेकर कई वर्जन (बयान) हैं. एक कप्तान रोहित का, जो उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस में दिया- अश्विन संन्यास लेने का मन बना चुके थे. दूसरा खुद अश्विन का, जिसमें उन्होंने कहा कि अब वह अपने क्रिकेट के बचे हुनर को क्लब लेवल के क्रिकेट में दिखाएंगे, यानी आईपीएल (IPL) 2025 में...चेन्नई सुपर किंग्स की टीम में.
एक और वर्जन है कि उन्होंने ऑस्ट्रेलियाई दौरे से पहले ही अपने इस कदम के बारे में अपने परिवार को जानकारी दे दी थी. 18 दिसंबर को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ गाबा टेस्ट जैसे ही ड्रॉ पर खत्म हुआ और अश्विन ने रिटायरमेंट का ऐलान किया, इसके बाद फैन्स तो हैरान रह गए. वहीं, खुद ऑस्ट्रेलिया के कप्तान पैट कमिंस और स्पिनर नाथन लायन 'शॉक्ड' रह गए. सुनील गावस्कर ने यहां तक कह दिया कि रिटायरमेंट बीच सीरीज नहीं लेना चाहिए था.
अश्विन फिलहाल मेलबर्न टेस्ट के बाद चेन्नई आ चुके हैं, इस दौरान आज (19 दिसंबर) मीडिया से कहा कि अब वह चेन्नई सुपर किंग्स के लिए आईपीएल खेलना चाहते हैं और लंबे समय तक. लेकिन अश्विन के 'अचानक संन्यास' को लेकर कई सवाल हैं, जिसको जानने की कोशिश करते हैं. वहीं उम्मीद है अश्विन खुद भी इस बारे में विस्तार से अपने यूट्यूब चैनल पर भी बताएंगे.
सवाल यह है कि क्या 38 साल के अश्विन ने वाकई ठीक समय पर संन्यास लिया? क्या अश्विन की टीम में जगह नहीं बन रही थी? क्या वाकई उनके अंदाजा हो गया था कि अब वह आने वाले समय में भारतीय टीम के लिए टेस्ट क्रिकेट में अपना जौहर नहीं दिखा पाएंगे?
वैसे बीच सीरीज क्रिकेट से संन्यास का चलन कोई नया नहीं है, धोनी ने 2014 में ही ऑस्ट्रेलिया में टेस्ट सीरीज के दौरान ऐसा किया. अनिल कुंबले ने उनसे पहले 2008 में इसी तरह से रिटायरमेंट घरेलू टेस्ट सीरीज के बीच में लिया था. इन सब में नोटिस करने वाली बात यह है कि अश्विन, धोनी और कुंबले के संन्यास ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 'बीच सीरीज' में ही हुए.
अश्विन ने रिटायरमेंट के दौरान कहा- यह मेरा बतौर भारतीय खिलाड़ी इंटरनेशल लेवल पर आखिरी मैच है, मेरे अंदर अभी क्रिकेट के कुछ पंच बचे हैं, जिसे मैं क्लब लेवल के क्रिकेट में दिखाऊंगा. इस दौरान अश्विन ने रोहित शर्मा, विराट कोहली, चेतेश्वर पुजारा और अंजिक्य रहाणे को उनके कैचों को लेकर याद किया. वहीं रोहित ने भी उनके संन्यास को लेकर कहा कि वह पर्थ टेस्ट के दौरान इस बात को लेकर मूड बना चुके थे कि अब वह क्रिकेट को अलविदा कहेंगे.
Akash deep-Bumrah Gabba Test: गाबा टेस्ट में फॉलोऑन बचाकर जसप्रीत बुमराह और आकाशदीप ने भारतीय फैन्स का दिल जीत लिया. वहीं दोनों की बल्लेबाजी ने टीम इंडिया के सीनियर्स बल्लेबाजों को भी सीख दी है. खासकर विराट कोहली और रोहित शर्मा को... इन दोनों को यह सीखने की जरूरत है अगर बॉल की मेरिट के हिसाब से खेला जाता तो गाबा की पिच बल्लेबाजी के लिए इतनी मुश्किल भी नहीं थी.
ब्रिस्बेन टेस्ट में भारतीय बल्लेबाजों की लगातार विफलता चिंता का विषय बन गई है. विराट कोहली, रोहित शर्मा, ऋषभ पंत, शुभमन गिल और जयसवाल जैसे दिग्गज बल्लेबाजों के फ्लॉप होने से टीम मुश्किल में है. विराट की टेक्निक पर भी सवाल उठ रहे हैं. सुनील गावस्कर ने विराट कोहली के फॉर्म पर बड़ा बयान दिया है. देखिए VIDEO
ब्रिस्बेन टेस्ट के बारिश से प्रभावित तीसरे दिन विराट कोहली एक बार फिर असफल रहे. इस बीच महान क्रिकेटर सुनील गावस्कर ने कोहली से कहा है कि ऑफ स्टंप के बाहर की गेंदों के खिलाफ अपने लगातार संघर्ष को खत्म करने के लिए कवर ड्राइव खेलने से परहेज करें. साथ ही कहा कि वह 2004 में सिडनी में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सचिन तेंदुलकर की यादगार 241 रनों की पारी से प्रेरणा लें.