Agra: श्रीकृष्ण की मूर्ति के साथ ताजमहल में एंट्री करने पर टूरिस्ट को रोका
AajTak
हाथ में लड्डू गोपाल की मूर्ति लिए ताजमहल देखने पहुंचे पर्यटकों को एंट्री देने से मना कर दिया गया. इस घटना का वीडियो वायरल हो रहा है. पर्यटक गौतम ने कहा कि मुझसे कहा गया कि लड्डू गोपाल की मूर्ति कहीं पर रख आओ तभी एंट्री दी जाएगी. जिसके बाद में ताजमहल को बिना देखे ही लौट आया.
जयपुर से आगरा का ताजमहल देखने के लिए पहुंचे टूरिस्ट को एंट्री करने से रोक दिया गया. उन्हें इसलिए रोक दिया गया क्योंकि उनके हाथ में लड्डू गोपाल ( श्रीकृष्ण) की मूर्ति थी. पर्यटकों का कहना है कि हमें ताजमहल के अंदर प्रवेश ही नहीं करने दिया गया. इसलिए हम ताजमहल को बिना देखे ही वापस आ गए. जैसे ही इस बात की जानकारी हिंदू संगठनों को लगी तो उन्होंने पुरातत्व विभाग से मामले में तुरंत एक्शन लेने की बात कही है और ऐसा नहीं किए जाने पर प्रदर्शन करने की चेतावनी भी दी है.
एक न्यूज एजेंसी की रिपोर्ट के मुताबिक, जयपुर से पर्यटक गौतम आगरा के ताजमहल को देखने के लिए पहुंचे थे. लेकिन जब वो ताजमहल में एंट्री कर रहे थे. तो उन्हें एंट्री करने से रोक दिया गया. उनसे कहा गया कि उनके हाथ में जो श्री कृष्ण की मूर्ति है उसे कहीं रख आएं तभी एंट्री दी जाएगी. इस बात पर गौतम बिना ताजमहल देखे ही वापस लौट आए.
उनका कहना है कि '' मैं श्री कृष्ण की मूर्ति को साथ लेकर मथुरा और वृंदावन भी गया था. लेकिन वहां किसी ने मुझे नहीं रोका. लेकिन ताजमहल में एंट्री करने से रोका गया है. लड्डू गोपाल मेरे परिवार के सदस्य की तरह हैं और मैं उन्हें हमेशा अपने साथ लेकर चलता हूं.''
आगरा में हुई इस घटना का वीडियो वायरल हुआ है. जिस पर राष्ट्रीय हिंदू परिषद भारत के राष्ट्रीय अध्यक्ष गोविंद पाराशर का कहना है कि भगवान श्री कृष्ण के साथ दुर्व्यवहार करने वाले दोषियों के खिलाफ सख्त एक्शन लिया जाए. यदि ऐसा नहीं किया जाता है तो हम प्रदर्शन करेंगे.
इस मामले को लेकर ताजमहल के संरक्षण सहायक प्रिंस वाजपेयी ने कहा है कि मुझे इस संबंध में एक वीडियो मिला है लेकिन मुझे नहीं पता कि यह मामला सोमवार को हुआ या किसी और दिन हुआ है. मैं इस संबंध में सीआईएसएफ से जानकारी लूंगा.
पाकिस्तान में इमरान खान की अपील पर उनके समर्थक विरोध-प्रदर्शन कर रहे हैं. वे डी-चौक तक मार्च करना चाहते थे, लेकिन उन्हें कंटेनर लगाकर बीच में ही रोक दिया गया है. दरअसल, इस क्षेत्र में संसद, पीएम और राष्ट्रपति का कार्यालय, और सुप्रीम कोर्ट भी है. यहां से एक चौंका देने वाला वीडियो सामने आया है, जहां सेना के जवान ने नमाज पढ़ रहे एक शख्स को कंटेनर से नीचे फेंक दिया.
डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि हम लगेज पॉलिसी लेकर आए हैं, जब भी हम कुछ लागू करते हैं, तो हमें सुझाव मिलते हैं, जनता की मांग थी कि दूध और सब्जी का उत्पादन करने वाले या सप्लाई करने वाले किसानों को हमारी बसों में रियायत दी जाए, हमने उनकी मांग को स्वीकार किया और दूध और सब्जी सप्लायरों के लिए टिकट हटा दिए हैं.
मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने एहतियाती उपायों की समीक्षा के लिए सचिवालय में हाईलेवल बैठक बुलाई. इस दौरान भारी बारिश की संभावना वाले क्षेत्रों में NDRF और SDRF की टीमों को तैनात करने का निर्देश दिया. कुल 17 टीमों को तैनात किया गया है, इसमें चेन्नई, तिरुवरुर, मयिलादुथुराई, नागपट्टिनम और कुड्डालोर और तंजावुर जिले शामिल हैं.
हिंदू संगठन 'बांग्लादेश सम्मिलित सनातनी जागरण जोते' एक बयान में कहा कि वकील सैफुल इस्लाम की हत्या में कोई सनातनी शामिल नहीं है. एक समूह सुनियोजित हत्या को अंजाम देकर सनातनियों पर दोष मढ़ने की कोशिश की जा रही है. हिंदू संगठन ने चिन्मय कृष्ण दास ब्रह्मचारी की तत्काल बिना शर्त रिहाई और चिटगांव हिंसा की न्यायिक जांच की मांग की है.