700 बच्चों के लिए कराया पेपर लीक, एक स्टूडेंट से वसूले 40 लाख... आजतक के खुफिया कैमरे पर सबसे बड़ा कुबूलनामा
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NEET पेपर लीक मामले में आजतक की स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम ने बड़ा खुलासा किया है. आजतक ने पेपर लीक के उस नकाबपोश चेहरे को खोज निकाला जिसने कुछ महीने पहले पेपर लीक की भविष्यवाणी की थी. नाम है बिजेंद्र गुप्ता. उसने न सिर्फ अपने काले कारनामे खुफिया कैमरे में कबूले बल्कि पेपर लीक के मास्टरमाइंड संजीव मुखिया के बारे में भी सबकुछ उगल दिया. पढ़ें NEET पेपर लीक पर बिजेंद्र गुप्ता के खुलासे.
देश में मेडिकल की परीक्षा के पेपर लीक पर उबाल है. स्टूडेंट्स सड़कों पर हैं. शिक्षक-स्टूडेंट्स कोर्ट के चक्कर लगा रहे हैं. इस बीच आजतक ने एक बड़ा खुलासा किया है. स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम ने उस पेपर लीक माफिया से जुड़े शख्स को खोज निकाला है, जिसने कुछ महीने पहले पेपर लीक की भविष्यवाणी की थी. नाम है बिजेंद्र गुप्ता. आजतक टीम ने जब उससे बात की तो सिर्फ NEET ही नहीं, बल्कि अन्य पेपर लीक को लेकर भी कई बड़े खुलासे किए.
आजतक के खुफिया कैमरे में बिजेंद्र गुप्ता ने कबूल किया कि NEET का पेपर उसके पास परीक्षा शुरू होने से दो घंटे पहले आ गया था. उसे ना तो जेल का डर है और ना ही किसी कार्रवाई का खौफ. खुफिया कैमरे में उसने बेखौफ होकर कहा, "जहां तक जेल की बात है तो आज जेल जाएंगे, कल बेल मिलेगा और परसो से फिर वही खेल करेंगे." उसने कहा, "हमें डर नहीं लगता. देश में कोई पुलिस नहीं है जो बिजेंद्र गुप्ता को पकड़कर पेपर लीक के बारे में बुलवा दे. 5000 डंडा मारेंगे फिर भी नहीं बुलवा पाएंगे."
बिजेंद्र गुप्ता कौन है?
बिजेंद्र गुप्ता 2023 उड़ीसा पेपर लीक में आरोपी है. उसका नाम बिहार के दानापुर में BPSC पेपर लीक जांच में भी आया है. MPPCS सहित कई पेपर लीक में शामिल रहा है. उसने बेदी राम के साथ शुरुआत की, जो अब उत्तर प्रदेश में विधायक है. बिजेंद्र गुप्ता संजीव मुखिया जैसे प्रमुख खिलाड़ियों को जानता है, जो NEET घोटाले का मास्टरमाइंड है. विशाल चौरसिया से भी उसका कॉन्टेक्ट है, जिसे हाल ही में गिरफ्तार किया गया है. पेपर लीक इंडस्ट्री में सालों के अनुभव के साथ बिजेंद्र गुप्ता का दावा है कि सब नेटवर्किंग का खेल है.
संजीव मुखिया पर बिजेंद्र गुप्ता ने क्या खुलासा किया?
संजीव मुखिया को NEET पेपर लीक मामले में किंगपिन कहे जाने पर बिजेंद्र गुप्ता ने भी मुहर लगाई. संजीव को पुलिस खोज रही है लेकिन गुप्ता का कहना है कि वो पुलिस को मिलने वाला नहीं है. बिजेंद्र गुप्ता का कहना है कि इस बार संजीव मुखिया 100-200 करोड़ कमाना चाहता था. उसने 700 स्टूडेंट्स का काम किया है. मसलन, 700 स्टूडेंट्स को पेपर बेचने का काम किया है. बिजेंद्र गुप्ता के मुताबिक, संजीव मुखिया एक पेपर के बदले 40 लाख रुपए लेता था. उसने न सिर्फ बिहार में बल्कि हर राज्य में उसने पेपर लीक किया और पैसा कमाए हैं.
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