5 मई को मिला इनपुट, गिरफ्तारी और EOU की जांच... पढ़ें NEET-UG पेपर लीक केस के बड़े अपडेट्स
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केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने NEET-UG पेपर लीक मामले में बिहार EOU की जांच रिपोर्ट मिलने के बाद ये मामला सीबीआई को सौंप दिया है. ईओयू सूत्रों ने बताया कि नीट-यूजी और बीपीएससी के पेपर लीक मामले में हजारीबाग कनेक्शन सामने आया है. EOU सूत्रों के मुताबिक, हजारीबाग के ओएसिस स्कूल से नीट-यूजी का पेपर बुकलेट नंबर 6136488 लीक हुआ था.
NEET-UG पेपर लीक मामले में बिहार EOU लगातार बड़े एक्शन ले रही है. ईओयू ने बिहार में लीक हुए दो पेपर (NEET, BPSC) के पीछे सरगना संजीव मुखिया का हजारीबाग का कनेक्शन खोज निकाला है. ईओयू सूत्रों ने बताया कि संजीव का गिरोह हजारीबाग से बिहार की सीमा में आसानी से एंट्री कर लेता है और यहीं से अपने पूरे गिरोह को ऑपरेट करता है.
बिहार EOU सूत्रों के मुताबिक हजारीबाग के ओएसिस स्कूल से नीट-यूजी का पेपर बुकलेट नंबर 6136488 लीक हुआ था. ईओयू को बुकलेट बॉक्स से भी छेड़छाड़ के सबूत मिले हैं. इससे पहले ईओयू की टीम ने केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय को पेपर लीक मामले से जुड़ी 21 जून तक सबूतों और फैक्ट के साथ-साथ आरोपियों के इकबालिया बयानों की एक रिपोर्ट सौंपी थी. वहीं, शनिवार को केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने नीट पेपर लीक मामले की जांच सीबीआई को सौंप दी है.
NEET-UG पेपर लीक मामले अब तक क्या-क्या हुआ
5 मई- NEET परीक्षा के दौरान पटना के शास्त्री नगर थाने की पुलिस को इनपुट मिला की गिरोह ने NEET का पेपर लीक करा दिया है. इनपुट के बाद पुलिस ने सबसे पहले डीएवी स्कूल के पास राजवंशी नगर से सिंकदर यादवेंदु समेत 3 लोगों को धर दबोचा. इनकी निशानदेही पर डीएवी बोर्ड कॉलोनी स्कूल परीक्षा केंद्र से परीक्षा देकर निकले अभ्यर्थी आयुष राज को अरेस्ट किया गया.
इन चारों की निशानदेही पर 5 मई की रात से लेकर 6 मई की सुबह तक पुलिस ने पटना के अलग-अलग इलाकों से 9 लोगों को पकड़ा था. इनमें पेपर लीक माफिया, सेटर, कैंडिडेट्स और उनके पेरेंट्स भी शामिल थे.
6 मई- पटना पुलिस ने गिरफ्तार किए गए सभी 13 लोगों से शुरुआती पूछताछ की और पटना के शास्त्री नगर थाने में पहला केस दर्ज किया, जिसके बाद आरोपियों को जेल भेज दिया.
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