![300 मेहमान, भव्य पंडाल और ढोल-नगाड़ों से स्वागत... महिला ने धूमधाम से मनाया डॉगी का बर्थडे](https://akm-img-a-in.tosshub.com/aajtak/images/story/202501/677be90953d32-dog-birthday-celebration-in-jamshedpur-063026866-16x9.jpg)
300 मेहमान, भव्य पंडाल और ढोल-नगाड़ों से स्वागत... महिला ने धूमधाम से मनाया डॉगी का बर्थडे
AajTak
सपना सोना अपनी डॉगी को इतना प्यार करती हैं, जैसे वो उनकी बेटी हो. यही वजह है कि उन्होंने अपनी डॉगी रोज का शानदार जश्न मनाया. ये बर्थडे पार्टी पूरे जमशेदपुर में चर्चा का विषय बना हुआ है.
झारखंड के जमेशदपुर में एक महिला ने अपने डॉगी का शानदार बर्थडे मनाया. इस जन्मदिन के मौके पर 300 लोगों को आमंत्रित किया गया था. सभी अपने साथ तोहफे भी लाए थे. डॉगी रोज की पार्टी का आयोजन एक भव्य पांडाल में किया गया था, जहां उसका शानदार तरीके से स्वागत किया गया.
पांडाल में जब डॉगी रोज की एंट्री हुई तो उसका स्वागत ढोल-नगाड़ों के साथ किया गया. जमेशदपुर की सपना सोना अपनी डॉगी को इतना प्यार करती हैं, जैसे वो उनकी बेटी हो. यही वजह है कि उन्होंने अपनी डॉगी रोज का शानदार जश्न मनाया.
पहली बार अपने डॉगी का मनाया जन्मदिन सपना सोना ने बताया कि यह उनका पहला अनुभव है जब अपने पेट का जन्मदिन इस तरह धूमधाम से मनाया. डॉगी रोज की आरती उतारने के बाद उसका केक काटने का आयोजन हुआ, जिसमें सपना सोना ने खुद भाग लिया और डॉगी रोज को भी केक खिलाया. यह एक भावनात्मक पल था.
आसपास लगवाए सोलर लाइट इस विशेष दिन पर, सपना सोना ने समाजसेवी के रूप में भी अपना योगदान दिया. उन्होंने बिस्टुपुर स्थित पार्वती घाट और आस-पास के इलाके में सोलर लाइट लगवाए और आश्रम में रहने वाले लोगों को भोजन वितरित किया.
बेटी की तरह रोज को करती है प्यार सपना सोना ने कहा कि हम इस डॉगी को अपनी बेटी की तरह मानते हैं. यह जानवर इंसान से भी ज्यादा वफादार होते हैं और हम इसकी वफादारी का सम्मान करते हैं. उन्होंने सभी से अपील की कि जो लोग जानवरों से प्यार नहीं करते, उन्हें एक बार जानवरों से सच्चा प्यार करके देखना चाहिए, ताकि वे जान सकें कि ये बेजुबान कितने वफादार होते हैं.
पार्टी में पहुंचे लोगों के लिए था एक अनोखा अनुभव इस मौके पर, पार्टी में पहुंचे मेहमानों ने भी खुशी जाहिर की और कहा कि यह उनके लिए एक अनोखा अनुभव था. एक ने कहा कि यह पहली बार है जब हम किसी डॉगी के बर्थडे पार्टी में शामिल हुए हैं. इस तरह के आयोजन ये दिखाता है कि अपने पालतू जानवरों से भी इंसानों का रिश्ता बेहद खास और गहरा हो सकता है.
![](/newspic/picid-1269750-20250212190808.jpg)
प्रयागराज में माघ पूर्णिमा के अवसर पर करीब 2 करोड़ श्रद्धालुओं ने संगम में आस्था की डुबकी लगाई. इस दौरान शासन-प्रशासन हर मोर्चे पर चौकस रहा. योगी आदित्यनाथ ने सुबह 4 बजे से ही व्यवस्थाओं पर नजर रखी थी. श्रद्धालुओं की भारी भीड़ के कारण ट्रेनों और बसों में यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ा. देखें.
![](/newspic/picid-1269750-20250212003447.jpg)
हिंदू पंचांग के अनुसार माघ मास में शुक्ल पक्ष का 15वीं तिथि ही माघ पूर्णिमा कहलाती है. इस दिन का धार्मिक, आध्यात्मिक और सांस्कृतिक दृष्टि से खास महत्व है और भारत के अलग-अलग हिस्सों में इसे श्रद्धा और भक्ति के साथ मनाया जाता है. लोग घरों में भी कथा-हवन-पूजन का आयोजन करते हैं और अगर व्यवस्था हो सकती है तो गंगा तट पर कथा-पूजन का अलग ही महत्व है.